रिपोर्ट रोचक अग्निहोत्री (शाहजहांपुर )
शाहजहांपुर। निपुण भारत मिशन के अंतर्गत बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए बीईओ से लेकर शिक्षकों तक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। प्रत्येक ब्लॉक में आदर्श स्कूलों की संख्या बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी, एआरपी व शिक्षकों को आदर्श विद्यालय बनाने के लिए निर्देशित किया। राज्य परियोजना निदेशक का पत्र आने के बाद स्कूलों का चिह्नांकन शुरू कर दिया है।
स्कूलों को निपुण बनाने का प्रयास शिक्षा विभाग लगातार कर रहा है। इसे गति देने के लिए निपुण विद्यालय के लिए वार्षिक लक्ष्य निर्धारण करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अंतर्गत बीईओ को बीआरसी परिसर या निकट के प्राथमिक, कंपोजिट स्कूल को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करना है। डायट मेटर को विकासखंड में एक स्कूल को चुनना होगा। इसी तरह एसआरजी को मूल विद्यालय, एआरपी को विकासखंड के दस चयनित स्कूल, शिक्षक संकुल को मूल विद्यालय, पूर्व में एआरपी पद पर रहे शिक्षक को कार्यरत स्कूल को बेहतर बनाना होगा। दिसंबर और अगले वर्ष फरवरी में डीएलएड प्रशिक्षुओं के माध्यम से आंकलन भी कराया जाएगा।