यति नरसिंहानंद गिरि ने महाकुंभ पर उठाए सवाल।
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं डासना मंदिर गाजियाबाद के महंत आचार्य यति नरसिंहानंद गिरि ने प्रयागराज महाकुंभ पर सवाल उठाए। कानपुर में उन्होंने कहा कि महाकुंभ कुछ सनातनियों के वैभव का स्थान बनकर रह गया है। जबकि इसे सनातन कैसे बचे, देश ह
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सनातन राष्ट्र पर चर्चा होनी चाहिए यति नरसिंहानंद गिरि ने आगे कहा कि महाकुंभ को लेकर मैं धर्माचार्यों की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहा हूं। वे संन्यासी भिखारी होते हैं। दान की चीज पर अहंकार का हक नहीं है। कुंभ में अपने वैभव का प्रदर्शन न कर चर्चाओं का केंद्र बनाया जाना चाहिए। तभी ये सफल होगा।
मैं विशेष वर्ग के टारगेट पर हूं नरसिंहानंद ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि बहुत सालों से मैं मुसलमानों के टारगेट पर हूं। पूरी दुनिया में मुझे मारने के लिए जिहादी पहुंचते हैं। मैं अपने नजदीकियों की वजह से जीवित हूं। मैं कानपुर सनातन वैदिक राष्ट्र की बात करने आया हूं।
जिहादियों की संख्या बढ़ी तो ये आखिरी महाकुंभ नरसिंहानंद ने कहा कि जिहादियों की संख्या बढ़ी तो ये आखिरी महाकुंभ होगा। एक भी कुंभ आगे नहीं हो सकेगा। मंदिर भी नहीं बचेंगे। घरों में बेटियां तक नहीं बचेंगी। कश्मीर में जो हिंदुओं के साथ हुआ, वो हर घर में होगा।
वक्फ बोर्ड की जमीनों पर हमला बोलते हुए कहा कि एक इंच भी जमीन वक्फ की नहीं है। वक्फ की सभी जमीनों से कब्जा हटना चाहिए।