बीडीओ और सचिव के सरंक्षण में प्रधान और पंचायत मित्र हरि ओम तिवारी मिलकर कर रहे खेला-डीसी मनरेगा से शिकायत
राघवेन्द्र मिश्रा(नारद संवाद एजेंसी)
हैदरगढ़। जिले की हॉट तहसील हैदरगढ़ के अंतर्गत आने वाली ब्लॉक में इन दिनों मनरेगा में फ़र्ज़ी हाजिरी का खेला बंद नही होने का नाम ले रहा है यहां ग्राम पंचायत सीटू मउ में मनरेगा फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई जा रही है।
ग्राम पंचायत सीटू मउ में बीते नौ अक्टूबर को 6 मास्टर रोलों पर 52 लेवर जबकि समाचार एजेंसी द्वारा की गई तहकी कात के बाद फोटो में सिर्फ 18 ही लेबर कार्य करते दिखाई दे रहे हैं जिससे साफ स्पष्ठ होता है कि मनरेगा की हाजिरी में खिलबाड़ किया जा रहा हैं
यहाँ महिलाओं की ही नही बल्कि पुरुषों की भी फ़र्ज़ी हाजिरी पंचायत मित्र हरिओम तिवारी द्वारा मनरेगा के NMMS पोर्टल पर भरी जा रही हैं। इतना ही नही बिना कार्य कराए ही सिर्फ फोटो अपलोड कर मनरेगा में हाजिरी भरने का कार्य हैदरगढ़ ब्लॉक में पंचायत सचिव और वीडियो की नाक के नीचे किया जा रहा है सब कुछ सच्चाई जानते हुए भी बीडीओ हैदरगढ़ कार्यवाही करने में कतरा रहे हैं।
डर है कहीं सौ दिन वाले मजदूरों का भुगतान न रुक जाए इसलिए उसी तर्ज पर फर्जीबाड़ा पंचायत सचिव के सरंक्षण में चल रहा है। प्रधानमंत्री रोजगार गांरटी योजना आज कल खाऊ कमाऊ नीति बन गयी है, पक्के कार्यों में अधिक कमीशन खोरी होने के कारण पंचायतों में धड़ल्ले से कच्चे कार्यों को कागजों में कराकर फ़र्ज़ी फोटो अपलोड कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा हैं। यहाँ समूहों को किये पेमेंट में भी बडी झोलाझाल हैं। नल रिबोर, और नाली के नाम पर इस ब्लाक में बड़ा खेला हुआ है। बुधबार (9) अक्टूबर को 6 मास्टर रोलों पर 52 लेबरों ने काम किया जबकि बास्तव में 18 लेबर ही कार्य करने आये थे जिनकी साक्ष्य के आधार पर फोटो NMMS पोर्टल पर अपलोड की गई। अगर 52 में 18 निकाल दें फिर भी 34 लेबरों हाजिरी फ़र्ज़ी भरी गयी, अगर एक लेवर का भुगतान 250 ही मान लिया जाए तो एक दिन का 34×250=8500 होता है
इस प्रकार ब्लॉक हैदरगढ़ में खेला किया जा रहा है यह तो मात्र एक दिन का एक ग्राम।पंचायत का आँकड़ा आप मे पढ़ा है।अगर सभी की पोल पट्टी खोल दें तो सच्चाई यह हैं कि 60% महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाकर भुगतान किया जा रहा है। डीसी मनरेगा (बाराबंकी) भी इस चुगल में शामिल हैं ,यही बो बजह है कि समाचार प्रकाशन के बाद भी सचिव और मेट/पंचायत मित्र पर कोई कार्यवाही न होना,भुगतान भी किसी का नही रुक रहा है,??? आखिर ऐसा किसका संरक्षण है कि सब कुछ जानते हुए ज़ीरो टॉलरेंस वाली सरकार में कार्यवाही सिर्फ शून्य ही क्यों हैं? अब तो जनप्रतिनिधियों पर पर भी सवाल उठने लगे हैं कि उनकी सरकार में अधिकारी खुद व खुद भ्रस्टाचारियों को पनाह दे रहे है जिससे बढ़ते हुए करप्शन पर रोक नही लग रही है।
*मनरेगा कार्यों का विवरण*
हैदरगढ़।ग्राम पंचायत सीटू मउ में मास्टर रोल नंबर 4766 में 10 लेबरों की हाजिरी लगाई गई है जिसमे तीन महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी NMMS पोर्टल पर लगाई गई जबकि अपलोड फोटो में कोई भी महिला काम करतर नही दिख रही है साथ ही 10 लेबरों की जगह केवल तीन ही लेबर दिख रहे हैं। मास्टर रोल 4763 में भी 10 लेबरों की हाजिरी लगाई गई, लेकिन अपलोड फोटो में सिर्फ तीन ही लेवर दिख रहे हैं ,इस मास्टर रोल में भी दो महिलाओं सहित पुरुषो की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई है। यह खेला पंचायत सचिव के संरक्षण में किया जा रहा है।
जब इस पूरे मामले की जानकारी के लिए पंचायत सचिव अखिलेश दुबे को फोन किया गया तो उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत सीटू मउ में कोई भी काम नहीं चल रहा है जबकि बीते 9 अक्टूबर को 6 मास्टर रोलो पर 52 लेबरों ने काम किया ठीक उसी प्रकार से आज भी फर्जी हाजिरी के तहत पर 6 मास्टर रोलों पर 52 लेबरों से काम कराया जा रहा है इतना ही नहीं पंचायत सचिव के संरक्षण में चल रहे इस खेल में वीडियो सहित डीसी मनरेगा भी अपनी भूमिका अहम निभाने का काम कर रहे हैं यही वह वजह है की कार्यवाही सिर्फ कागजों में ही होकर धरातल पर शून्य रहती है जिससे माफिया सरकारी धन में मन मुताबिक बंदरबांट कर सके।