बाराबंकी।प्रधानमंत्री राजीव गांधी 40 साल की उम्र में भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे।वह विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे।उन्होंने पूरे भारत को एहसास करा दिया कि भारत एक महान शक्ति है जिसे दुनिया की कोई ताकत अनदेखी नही कर सकती।अपने अल्प समय के राजनैतिक कार्यकाल में 18 वर्ष के नौजवान को मतदान का अधिकार, पंचायतीराज, तथा संचार क्रान्ति देकर देश को प्रगति के रास्ते पर चलाकर नई पहचान दी।आज राजीव गांधी के बलिदान दिवस के अवसर पर कांग्रेसियों ने उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
पूर्व सांसद डा0 पी0एल0 पुनिया ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व0 राजीव गांधी के बलिदान दिवस के अवसर पर कांग्रेस प्रत्याशी के कैम्प कार्यालय ओबरी में बलिदान दिवस पर अयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
इन्डिया गठबन्धन के कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया ने पूर्व प्रधानमंत्री के शहादत दिवस पर अयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के पश्चात् कहा कि राजीव गांधी उस राजनैतिक परिवार से सम्बन्धित थे जिसकी चार पीढियो ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एवं उसके बाद देशकी सेवा की। राजीव गांधी ने अपनी मां भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की निर्मम हत्या के बाद उसके शोक से उबरने के बाद देश में लोकसभा के चुनाव कराने का आदेश दिया और उसमें कांग्रेस पार्टी ने 508 में 401 रिकार्ड सीटो पर जीत हासिल की और प्रधानमंत्री बने। अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में ही आपने असम, मिजोरम में शान्ति का रास्ता निकाला, पंजाब समझौता किया और श्री लंका में शान्ति सेना भेजी।अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में ही कम्प्यूटर, संचार, विज्ञान एवं प्रद्यौगिकी को नई दिशा देकर और नई शिक्षा नीति की घोषणा करके ही शिक्षा के क्षेत्र में देश को खूब बढावा दिया देश के इस महान सपूत की 21 मई 1991 को कुछ अलगवावादी ताकतो ने मानव बम बनकर चुनावी सभा में हत्या कर दी आज उनकी शहादत के अवसर पर हम दिल की गहराईयो से उन्हे याद करके श्रद्धासुमन अर्पित करते है।