संतोष तिवारी, अध्यक्ष विशिष्ट बीटीसी
कड़ाके की ठंड में शिक्षकों को अनिवार्य रूप से विद्यालय में उपस्थित रहने के प्रशासनिक आदेश ने एक बड़ी घटना को जन्म दिया। नगरा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय उरैनी के प्रधानाध्यापक राधेश्याम प्रसाद (55) की बुधवार सुबह स्कूल पहुंचने के तुरंत बाद मौत हो गई
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बताया जा रहा है कि राधेश्याम प्रसाद सुबह बाइक से स्कूल पहुंचे और जैसे ही बाइक से उतरे अचानक गिर पड़े। सहकर्मियों ने उन्हें तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) नगरा पहुंचाया। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। राधेश्याम प्रसाद 2004 बैच के विशिष्ट बीटीसी शिक्षक थे और अपने समर्पण व कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते थे।
इस घटना के बाद शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ गई और मृतक शिक्षक के घर कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही तमाम शिक्षक अस्पताल पहुंचे।
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ. गनश्याम चौबे ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए प्रशासन के संवेदनहीन आदेश की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “क्या ठंड का असर केवल बच्चों पर पड़ता है? क्या शिक्षक इससे अछूते रहते हैं?” उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि मौसम को देखते हुए शिक्षकों की उपस्थिति से संबंधित आदेश तत्काल वापस लिया जाए।
गौरतलब है कि प्रशासन ने आठवीं तक के स्कूलों में 16 जनवरी तक बच्चों की छुट्टी का आदेश दिया है, लेकिन शिक्षकों को विभागीय कार्यों के लिए विद्यालय में उपस्थित रहना अनिवार्य किया है। डॉ. चौबे ने इस आदेश को अव्यावहारिक और शिक्षकों के लिए असुरक्षित बताया।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी ने इस घटना पर दुख जताया। उन्होंने सरकार से शिक्षकों को उपस्थिति से छूट देने की मांग की।