भू-माफिया आकिब और उसके गुर्गों पर कार्यवाही करने में नाकाम है सुबेहा पुलिस- भू माफिया से पुलिस के अच्छे संबंध
नारद संवाद न्यूज़ एजेंसी
सुबेहा। यूं तो सरकार की गतिविधियों के चलते प्रदेश भर में भूमाफियाओं पर आए दिन बुलडोजर जैसी कार्यवाही देखने को मिल रही है। लेकिन योगीराज में सुबेहा की पुलिस भूमाफियाओं से अच्छे संबंध बनाने में अपना समय खराब कर रही है। बीते 18 घंटे से भूमिया आकिब के खिलाफ पीड़ित ने थाने में तहरीर दी, नतीजा यह रहा की सुबेहा पुलिस ने पीड़ित राजकरन को ही थाने में बिठा लिया ।बीते लगभग एक माह में दर्जन भर से अधिक शिकायतों का जखीरा भूमाफिया आकिब के खिलाफ सुबेहा थाना पहुंचा है।
लेकिन सिर्फ एक तहरीर को छोड़कर जिस पर पर एससी एसटी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने भूमाफिया को बरी कर दिया। आखिर ऐसा क्या कारण है कि सुबेहा पुलिस कार्यवाही में करने में भी पीछे है। सत्ता और सरकारों के आदेशों के बाबजूद भू-माफियाओं पर कार्यवाही न करना ये सवालिया निशान बनता है।बीते शनिवार देर शाम राजकरन पुत्र हीरालाल ने सुबेहा पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि वह शाम को शानिवाज़ार सब्जी लेने गया था सब्जी लेकर वापस घर जाते वक्त रास्ते में आकिब और उनके गुर्गों ने राजकरन के साथ मार पीट कर चाकू से हमला कर दिया जिससे राजकरन बुरी तरह घायल भी हो गया। दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया है कि पीड़ित के साथ भूमिया आकिब आए दिन मारपीट कर चुका है पीड़ित ने पहले भी सुबेहा पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया था। और यही वह वजह है की, कार्यवाही न होने के कारण भू माफिया आकिब ने आतंक मचा रखा है।
शनिवार शाम 6:00 बजे से लेकर समाचार लिखे जाने तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही की पुष्टि नहीं हुई। इस दौरान जानकारी के लिए सुबेहा थाने के सीयूजी नंबर पर चार बार कॉल किया गया लेकिन ,नेटवर्क क्षेत्र से बाहर होने के कारण जानकारी साझा नही हुई। यूपी में योगीराज की सरकार में भूमाफियाओं की खैर नहीं है तो यहाँ भूमाफियाओं का सुबेहा पुलिस से भी कोई बैर नहीं है। और यही वह वजह है की क्षेत्र में आए दिन भूमाफियाओं का आतंक जारी है,पुलिस और प्रशासन सहित सरकार की छवि भी भू माफिया धूमिल कर रहे हैं, पीड़ित के पिता हीरालाल का कहना है कि हमारे बेटे को पिछले 18 घंटे से पुलिस ने थाने में बिठा रखा है ना तो कोई मेडिकल कराया और न ही फिर कोई अन्य कार्यवाही की। अगर हमको न्यान मिला तो हम सोमवार को पुलिस अधीक्षक की शरण में न्याय के लिए जाएंगे।