इंतेजार हैदर | सिद्धार्थनगर11 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

सांसद ने विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर जताई नाराजगी।
सिद्धार्थनगर में जिला विकास समन्वय निगरानी समिति (दिशा) की बैठक लोहिया कलाभवन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल ने की। इस दौरान जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर, एसपी डॉ. अभिषेक महाजन और सीडीओ जयेन्द्र कुमार भी मौजूद रहे।
सांसद पाल ने बताया कि यह 18वीं लोकसभा चुनाव के बाद पहली बैठक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है कि भारत एक विकसित देश बने। इसी क्रम में सिद्धार्थनगर को भी विकसित बनाने का लक्ष्य है।

सिद्धार्थनगर में जिला विकास समन्वय निगरानी समिति (दिशा) की बैठक।
बैठक में विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान गंभीर कमियां सामने आईं। विभाग द्वारा सही एजेंडा प्रस्तुत न करने पर सांसद ने नाराजगी जताई। उन्होंने जिलाधिकारी को अधीक्षण अभियंता विद्युत को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
आरडीएसएस योजना के तहत जनपद में 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। विधायक विनय वर्मा और कपिलवस्तु के विधायक ने अपनी विधानसभाओं में हो रहे कार्यों की सूची मांगी। डुमरियागंज के विधायक ने बस्ती से जुड़े गांवों की बिजली आपूर्ति को सिद्धार्थनगर से जोड़ने की मांग की।

सिद्धार्थनगर में जिला विकास समन्वय निगरानी समिति की बैठक में लोग शामिल हुए।
सांसद ने जर्जर तारों और पोल की समस्या को गंभीरता से लेते हुए डीएम को कमेटी गठित कर विद्युत विभाग के कार्यों का सत्यापन कराने के निर्देश दिए। साथ ही 5 गांवों की रैंडम जांच कराने को कहा। खजुरिया रोड पर विद्युत पोल शिफ्ट करने का भी निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को चल रही परियोजनाओं को समय सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया। सांसद का स्पष्ट कहना था कि विकास कार्यों में तेजी लाकर सिद्धार्थनगर को पिछड़े जनपदों की श्रेणी से निकालकर अग्रणी जनपद बनाना है।