शहर की सफाई व्यवस्था मार्च तक पहले की तरह ही आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी ही करेंगे। नगर निगम ने यह फैसला वार्डों की स्वच्छता, 15 फरवरी से नगर में शुरू हो रहे स्वच्छता सर्वेक्षण और मार्च में आने वाले होली त्योहार को देखते हुए लिया है। नगर की मुख्य सड़
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विरोध के बाद स्वच्छता सर्वेच्छण को लेकर लिया निर्णय नगर के वार्डों की सफाई का ठेका एक फरवरी से निजी कंपनी एलएसए को दिए जाने का पार्षदों ने काफी विरोध किया है। इस विरोध के चलते दो फरवरी को चौक कालीजी वार्ड में निजी कंपनी और आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारियों में मारपीट तक हो गई थी। उसके बाद निजी कंपनी को वार्डों की सफाई का कार्य दिए जाने का विरोध करते हुए आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारियों ने जोन छह के जोनल कार्यालय का पांच घंटे तक घेराव किया था। उसी दिन पार्षदों ने भी ठेके पर सफाई दिए जाने का विरोध करते हुए नगर निगम मुख्यालय पर मेयर और नगर आयुक्त के कक्ष के सामने आठ घंटे तक धरना दिया था।
16 फरवरी को दन बुलाने की तैयारी
गतिरोध को खत्म करने के लिए अगले दिन मेयर और नगर आयुक्त ने पार्षदों संग बैठक भी की थी पर पार्षद अपनी मांग पर अड़े रहे थे और ठेके पर सफाई का फैसला वह सदन में करना चाहते थे। उसके बाद मेयर ने 16 फरवरी को सदन बुलाने की बात कही थी। तब से ही नगर के वार्डों की सड़कों और गलियों की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। इस स्थिति को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने फैसला लिया है कि नगर की मुख्य सड़कों की सफाई एलएसए मशीन से करेगा। वार्डों कर सफाई पूर्व की तरफ आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी ही करेंगे। यह व्यवस्था मार्च तक लागू रहेगी। आगे का फैसला नए वित्तीय वर्ष में लिया जाएगा।