कानपुर में स्क्रैप कारोबारी संजीव दीक्षित, रोहित मिश्र व एकाउंटेंट विपरेंद्र उपाध्याय ने 27 नहीं बल्कि 87 करोड़ की टैक्स चोरी की थी। आज जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की ओर से 316 पन्नों की चार्जशीट विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट मे
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14 दिसंबर को हुई थी छापेमारी
बीते 14 दिसंबर को डीजीजीआई की टीम ने यशोदा नगर निवासी स्क्रैप कारोबारी संजीव दीक्षित, शास्त्री नगर निवासी रोहित मिश्र के यहां छापेमारी की गई थी। प्राथमिक जांच में टीम ने 27 करोड़ की टैक्स चोरी पाई थी। जिसके बाद पुलिस ने दोनों स्क्रैप कारोबारियों समेत एकाउंटेंट विपरेंद्र उपाध्याय को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
विशेष लोक अभियोजक डीजीजीआई अम्बरीष टंडन ने बताया कि टीम ने जेल में जाकर आरोपियों से पूछताछ की थी। आरोपियों के घर से मिले कागजातों की जांच की तो पाया गया कि 27 नहीं बल्कि 87 करोड़ की टैक्स चोरी की गई है। आरोपियों विभिन्न प्रांतों में फर्जी नाम पते की कंपनियों की बिलिंग करके टैक्स चोरी करते थे।
तीन आरोपियों की खारिज हो चुकी जमानत
कोर्ट तीनों आरोपियों की पहले ही जमानत खारिज कर चुका है। जांच के दौरान 6 अन्य आरोपियों के नाम प्रकाश में आए है, जिनकी तलाश की जा रही है। आज विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आनंदेश सिंह की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। 24 फरवरी को मामले में सुनवाई की जाएगी।