गोरखपुर में राप्तीनगर फेज-4 के रहने वाले श्रीकृष्ण सिंह बघेल की शिकायत के मुताबिक, उनके परिचित विनय कुमार शाही (निवासी सलेमपुर उर्फ मोगलहा) ने मदद के नाम पर 16 लाख रुपये उधार लिए। भरोसे में आकर उन्होंने यह रकम अलग-अलग तारीखों में दी, जिसके लिए स्टांप
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व्यापार में नुकसान का झांसा देकर 15 लाख का चेक लिया
कुछ समय बाद विनय ने उनसे कहा कि उनका दोस्त बेचू चौधरी, जो कुशीनगर के रामकोला का रहने वाला है, व्यापार में नुकसान के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। विनय के कहने पर श्रीकृष्ण ने 15 लाख रुपये का चेक काटकर दे दिया।
जांच में फर्जी निकला आधार कार्ड और ठगी का पूरा प्लान
बाद में जब जांच की गई तो पता चला कि जिस व्यक्ति को बेचू चौधरी बताकर पैसे दिलवाए गए थे, वह असल में कोई और था। बेचू चौधरी के नाम पर दिया गया आधार कार्ड भी फर्जी निकला। यहां तक कि जिस पते का जिक्र किया गया था, वहां ऐसा कोई व्यक्ति रहता ही नहीं था।
आरोपी की तलाश जारी
पुलिस को शक है कि विनय कुमार शाही ने पूरी साजिश रचकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए ठगी की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी की तलाश में जुटी है।