गोरखपुर में मंगलवार शाम श्रृंगेरी मठ (शारदा पीठ) के जगद्गुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती सन्निधानम का गोरखनाथ मंदिर में भव्य स्वागत किया गया। शंखध्वनि, वैदिक मंत्रोच्चार और फूलों की वर्षा के बीच पूरे मार्ग पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। इससे पहले, उनकी
.

गोरखपुर की सीमा पर गूंजे वैदिक मंत्र, जगह-जगह हुआ स्वागत
शंकराचार्य जी की विजय यात्रा 11 से 13 फरवरी तक प्रस्तावित है, जो मंगलवार को श्रीअयोध्याधाम से प्रारंभ हुई। शाम करीब पांच बजे गोरखपुर जनपद की सीमा (जीरो प्वाइंट) पर पहुंचते ही श्री गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यापीठ के 51 वेदपाठी छात्रों ने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के साथ उनका अभिनंदन किया। इसके बाद सहजनवा में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने फूलमालाओं से भव्य स्वागत किया।
सहजनवा से गोरखनाथ मंदिर तक पूरा मार्ग श्रद्धालुओं और भक्तों से भरा रहा। जगह-जगह होर्डिंग्स लगे थे, तो वहीं कलाकारों ने भजन-कीर्तन की सरिता बहाई। हर स्वागत स्थल पर श्रद्धालु फूल बरसाकर शंकराचार्य जी का अभिनंदन करते नजर आए।

गोरखनाथ मंदिर में दिव्य आगमन
गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने शंकराचार्य जी का स्वागत किया। मंदिर परिसर में शंखध्वनि और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीगोरक्षनाथ संस्कृत विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने उनका अभिनंदन किया। इसके बाद वे महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार पहुंचे, जहां प्राचार्य डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने सपत्नीक उनकी चरण पादुका का विधि-विधान से पूजन किया और आरती उतारी।
शंकराचार्य जी ने महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में स्थापित देवी-देवताओं, संतों और महापुरुषों की मूर्तियों तथा गोरखवाणी के पदों का गहन अवलोकन किया। इन पदों को पढ़ते हुए वे भाव-विभोर नजर आए।
शंकराचार्य जी के स्वागत में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह सहित कई प्रमुख लोग शामिल रहे।

यहां हुआ भव्य स्वागत:
सहजनवा, नौसढ़, टीपीनगर, टीडीएम तिराहा, भगत सिंह चौराहा, शास्त्री चौक, कचहरी चौराहा, गणेश चौक, यातायात तिराहा, धर्मशाला चौराहा, झूलेलाल मंदिर, गोरखनाथ मंदिर गेट।