कानपुर देहात10 मिनट पहले
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कानपुर देहात में फसलों को लेकर डीएम ने बैठक की।
कानपुर देहात में किसानों की आय बढ़ाने और कृषि उत्पादकता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। जिलाधिकारी आलोक सिंह की अध्यक्षता में मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार में आयोजित कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की समीक्षा बैठक में कई अहम फैसले लिए गए।
जिले में कराए गए मृदा सर्वेक्षण में चिंताजनक तथ्य सामने आए हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. खलील खान के अनुसार, अमरौधा और झींझक में फास्फोरस की कमी पाई गई है। वहीं रसूलाबाद, डेरापुर और मैथा में लौह तत्व की कमी है। इसके अलावा, अधिकांश क्षेत्रों में नाइट्रोजन और जिंक की कमी देखी गई है।
जिलाधिकारी ने किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाना एफपीओ की जिम्मेदारी है। उन्होंने एफपीओ से उन्नत खेती को बढ़ावा देने और प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करने का आग्रह किया। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए हर महीने के तीसरे बुधवार को किसान दिवस में अपनी शिकायतें लिखित रूप में प्रस्तुत करने की व्यवस्था की गई है।
बैठक में इन लोगों की रही मौजूदगी बैठक में मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन, उप कृषि निदेशक रामबचन राम सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने मृदा सर्वेक्षण के आधार पर क्षेत्र विशेष के लिए फसल चयन और उर्वरक प्रयोग की वैज्ञानिक योजना बनाने का निर्णय लिया है, जिससे किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें।