रिपोर्ट/वाइस एडिटर कृष्ण कुमार शुक्ल
रामनगर बाराबंकी,रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहे नसबंदी ऑपरेशन के दौरान एक चौंतीस वर्षीय महिला की हालत गंभीर होने पर जिला चिकित्सालय बाराबंकी इलाज के लिए भेजा गया। जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित किया।बता दें परिजनों ने चिकित्सीय टीम पर लापरवाही का आरोप लगाया है।मृतिका के रिश्तेदार गुड्डू पुत्र गयादीन निवासी ग्राम गणेशपुर थाना रामनगर ने बताया कि 34 वर्षीय शांती पत्नी अमरेश कुमार निवासी ग्राम बिकनापुर अपने घर पर अकेली रहती थी। जिसे आशा बहू नसबंदी के लिए सीएचसी रामनगर लाई थी जहां पर ऑपरेशन के दौरान शांती की हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल भेजने के साथ हम लोगों को सूचित किया गया। जब हम लोग एंबुलेंस के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचे। वहां पर चिकित्सकों ने शांति देवी को मृत घोषित कर दिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर पर नसबंदी कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही से जान चली गयी।
(सर से माँ का साया उठ जाने से तीन पुत्र एक लड़की का रो रो कर बुरा हाल)
मृतिका के पति अमन का आरोप है कि वह अपनी पत्नी शांती को नसबंदी के लिए मना किया था। शुक्रवार दोपहर जब वह घर पर मौजूद नही था करीब 11 बजे आशा बहू उसकी पत्नी को नसबंदी करवाने हेतु लायी थी। चिकित्सीय टीम के द्वारा ऑपरेशन के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। उसे मृत हालत में रेफर किया गया है। उसके तीन पुत्र लड़का रवि,(14) रज्जन (10) देवांश (4 )वर्ष तथा पुत्री दीपानजली 18 वर्ष की है।जिनके सर से माँ का साया उठ गया। सभी का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने थाना पर तहरीर देकर कार्यवाई की मांग की है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर लव भूषण गुप्ता ने बताया 20 रजिस्ट्रेशन नसबंदी के किए गए थे। जिसमें से 16 ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। सत्रहवा ऑपरेशन नसबंदी का शांति देवी का किया जा रहा था उनको सुन्न का इंजेक्शन देकर ऑपरेशन हेतु एक चीर लगाया गया तो उनकी हालत बिगड़ी देख शुक्रवार की दोपहर करीब 3:30 बजे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई।रामनगर पुलिस को सूचना देकर महिला का पीएम करा कर जो भी रिपोर्ट आएगी उसके हिसाब से सरकारी सहायता बीमा के रूप में चार लाख रुपए की सहायता दिलाने का काम किया जाएगा।