Shubham | मेरठ42 मिनट पहले
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मेरठ में नगर निगम की लापरवाही के कारण एक और जान चली गई। बीटेक इलाके में 6 फरवरी को 7 वर्षीय हार्दिक उर्फ आर्यन की खुले नाले में गिरने से मौत हो गई। इस घटना के विरोध में मेरठ व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष शैंकी वर्मा के नेतृत्व में व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया।
व्यापारियों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी खुले नालों में गिरने से कई मौतें हो चुकी हैं। नगर निगम द्वारा शहर के नालों की सफाई और मरम्मत पर ध्यान न देने के कारण ये मौत के कुएं बन गए हैं। अगर समय रहते नाले को कवर कर दिया गया होता, तो यह दुर्घटना टल सकती थी।
प्रदर्शनकारियों ने मृतक बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए 25 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। साथ ही लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की गई है। प्रदर्शन में अजय गेहरा, शालिनी मासीह, पदमा जॉनसन, मृत्युंजय वर्मा, शुएमेल मासीह, पुनीत रस्तोगी सहित कई व्यापारी मौजूद रहे।







