सनी गुप्ता, संभल6 मिनट पहले
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संभल की प्राचीन बावड़ी में 50 गज का मकान तोड़कर मिलाया गया।
संभल में 150 साल पुरानी बावड़ी की जड़ में आए मकान का 50 गज का हिस्सा टूट गया। मजदूरों के द्वारा उसके मलबे को हटाकर बावड़ी को संरक्षित करने का काम शुरु हुआ है, वहीं डीएम के निर्देश पर बारिश के मौसम से बचने के लिए बावड़ी के ऊपर वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था की गई है, जिससे खुदाई का काम शुरू किया जा सके।
जनपद संभल की कोतवाली चंदौसी क्षेत्र के मौहल्ला लक्ष्मणगंज में रानी की 150 साल पुरानी बावड़ी चंदौसी शहर निवासी कौशल किशोर वंदे मातरम् के 21 दिसंबर को संपूर्ण समाधान दिवस में की गई शिकायत के बाद अपने अस्तित्व में आई है। डीएम के निर्देश पर नगर पालिका परिषद चंदौसी के मजदूरों को लगाकर बावड़ी की साफ-सफाई करने के अलावा खुदाई के काम को कराया गया। खुदाई में बावड़ी का पहला हिस्सा निकालकर आया।
इस दौरान डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने ASI की टीम के साथ पत्राचार किया और उसके बाद दूसरे तल का जब हिस्सा निकलकर आया तो वह कमजोर स्थिति में था। बावड़ी को कोई नुकसान न पहुंचे इसके लिए ASI की टीम ने काम को रुकवा दिया।
संभल बावड़ी की 3 तस्वीरें….



उधर बावड़ी की जद में आए गुलनाज बी पत्नी युसूफ सैफी का 90 गज का मकान आया था, जिसमें 50 गज मकान का हिस्सा पूरी तरह से टूट गया और पूरा परिवार दूसरी जगह शिफ्ट हो गया है। मजदूरों को लगाकर बावड़ी की जद में आए मकान के टूटने के बाद का मलवा हटाने का काम किया जा रहा है जिससे की बावड़ी के काम को अब आगे बढ़ाया जा सके।
डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया एवं एसपी कृष्ण विश्नोई ने निरिक्षण करने के बाद बारिश से बचाव के लिए नगर पालिका परिषद चंदौसी अध्यक्ष लता वार्ष्णेय को वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था करने के लिए कहा। अब पालिका प्रशासन की ओर से वाटरप्रूफ टेंट लगाया जा रहा है। वहीं सुरक्षा के लिए आज से पुलिस-पीएसी बल को तैनात किया गया है और बावड़ी पर किसी भी बाहरी व्यक्ति को आने की अनुमति नहीं है।