कृष्ण कुमार शुक्ल
बाराबंकी। नव प्रवेशित बच्चों का स्वागत उत्सव एवं स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत आज जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने विकासखंड देवा के प्राथमिक विद्यालय भटेहटा में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग़ किया । इस मौके पर उन्होंने स्कूल में नामांकन कराने वाले बच्चों को तिलक लगाकर, माला और मेडल पहनाकर तथा पेंसिल, किताबे और चॉकलेट देकर स्वागत किया और उन्हें शुभाशीष दिया। जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री के मंशा के अनुरूप कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए। जिलाधिकारी ने उपस्थित अभिभावकों से अनुरोध करते हुए कहा कि आपकी भी जिम्मेदारी बनती है कि बच्चा घर में ना रुकने पाए,उसे विद्यालय अवश्य भेजें। उन्होंने उपस्थित अभिभावको से कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा डीबीटी के माध्यम से आपके खातों में पैसा भेजा जाएगा, जिसका उपयोग आप लोग बच्चों की ड्रेस, उनके बैग, जूता, मोजा खरीदने में करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी अभिभावक अपने बच्चों को साफ सुथरा करके प्रतिदिन नहलाकर निर्धारित ड्रेस में विद्यालय भेजें। जिससे उनको विद्यालय आने में आनंद मिले , उन्होंने कहा कि बच्चों के नाखूनों को नियमित रूप से काटा करें, जिससे उनके नाखून और उंगलियों में किसी प्रकार की गंदगी ना रहने पाए क्योंकि नाखूनों में गंदगी रहने से वह उनके मुंह तक जाती है, जो बहुत सी बीमारियां पैदा करती है। उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध किया कि वह स्वयं बच्चों को स्कूल तक छोड़ने और उन्हें लेने आए जिससे स्कूल और शिक्षकों से उनका जुड़ाव बने।
जिलाधिकारी ने शिक्षक गणों से कहा कि जैसे हम पूरी श्रद्धा के साथ अपने घरों में पूजा करते हैं, वैसे ही आप सभी यहां पर बच्चों को पढ़ाने का कार्य करें। शिक्षा देना बहुत ही पुण्य का काम होता है। इसको आप सभी पूरे मनोयोग और ईमानदारी से करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि अध्यापकगणों की जिम्मेदारी है कि अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों का पंजीकरण कराएं और बच्चों के उज्जवल भविष्य में सार्थक सिद्ध हों। उन्होंने बच्चों से कहा कि सभी बच्चे प्रतिदिन स्कूल आए और पढ़ लिखकर अपना जीवन उज्जवल बनाएं। उन्होंने बच्चों और शिक्षकों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सभी को शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडे, खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी सहित शिक्षा विभाग से संबंधित अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक बच्चे और अभिभावक उपस्थित रहे।