बाराबंकी।जमुरिया नाले के किनारे अतिक्रमण करने वाले ग्रीन बेल्ट के मकान ध्वस्त करने की जिला प्रशासन के द्वारा कार्यवाही चल रही है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने मकान खुद गिरवा रहे हैं ताकि उन पर बुलडोजर ना चले ऐसा प्रशासन का कहना है।अपनी जगह से आगे बढ़ाई हुई जगह फुटपाथ या सड़क के किनारे जमीन पर नाजायज कब्जा अतिक्रमण कहलाता है।बाराबंकी मे जमुरिया नाले के किनारे अवैध निर्माण को हटाने के लिए बुलडोजर चल रहे हैं। साथ ही जमुरिया नाले की सफाई भी तेजी से हो रही है और सिल्ट (कचरा) को नाले के किनारे ही डाला जा रहा है,जिन लोगों ने जमीन खरीदी,रजिस्ट्री करवाई, सरकार को लाखों रुपये का रेवेन्यू दिया,दाखिल खारिज करवाया ,क्या उस वक्त खरीदार को बताया गया कि यह जमीन यहां से न खरीदी जाए ? अब लोगों के घर तोड़े जा रहे हैं तो क्या सरकार कोई मुआवजा देगी ? या जिनके घर टूट रहे हैं उनको कहीं रहने की जगह देगी जिला प्रशासन।