चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में गुरुवार को स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद और पूर्व मंत्री कैलाश प्रकाश की 116वीं जन्म जयंती पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। वक्ताओं ने उनके सादा जीवन, उच्च विचार और जनसेवा के योगदान को याद किया।
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सादगी और समर्पण की मिसाल इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. कृष्णकांत शर्मा ने कहा कि कैलाश प्रकाश सिर्फ व्यक्ति नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर मेरठ के विकास तक हर क्षेत्र में योगदान दिया। “उनका जीवन हमें राष्ट्रहित और जनसेवा की सीख देता है,” उन्होंने जोड़ा।
मेरठ को दीं ऐतिहासिक धरोहरें मुख्य वक्ता डॉ. दीपक कुमार ने कैलाश प्रकाश के अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष और स्वतंत्रता के बाद उत्तर प्रदेश के वित्त व शिक्षा मंत्री के रूप में योगदान को रेखांकित किया। मेरठ मेडिकल कॉलेज, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और कैलाश प्रकाश स्टेडियम उनके विजन का परिणाम हैं।

कैलाश प्रकाश सिर्फ व्यक्ति नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं,स्वतंत्रता संग्राम से लेकर मेरठ के विकास तक हर क्षेत्र में योगदान दिया
शिक्षा के क्षेत्र में दूरदर्शिता हिंदुस्तान अखबार के पूर्व संपादक पुष्पेंद्र शर्मा ने कहा, “कैलाश प्रकाश की दूरगामी सोच ने मेरठ को शिक्षा का केंद्र बनाया। उनकी देन आज भी क्षेत्र के लिए स्वर्ग सिद्ध हो रही है।” उन्होंने सामाजिक समरसता और आर्थिक विकास में उनके योगदान पर जोर दिया।
डॉक्यूमेंट्री बनाने का प्रस्ताव प्रो. शर्मा ने सुझाव दिया कि इतिहास विभाग के म्यूजियम में कैलाश प्रकाश के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री बनाई जाए। कैलाश प्रकाश जन चेतना संस्थान के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।कार्यक्रम में जितेंद्र गुप्ता, सुभाष चंद्रा, अमित मांगलिक, पवन गर्ग, नीरज कुमार, प्रो. कृष्णकांत शर्मा, डॉ. कुलदीप त्यागी, डॉ. योगेश कुमार, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. मनीषा त्यागी, डॉ. रीना, प्रज्ञा, कालूराम, विकास, लोकेश शर्मा, हिमांशु, डॉ. योगेश कुमार डॉ. कुलदीप त्यागी आदि शामिल हुए।