बीडीओ सिद्धौर और सचिव की सह पर लग रही फ़र्ज़ी हाजिरी -नही हो रही कोई ठोस कार्यवाही, डीसी मनरेगा भी नही उठाते फोन
राघवेन्द्र मिश्रा(नारद संवाद एजेंसी)
बाराबंकी। जिले में इन दिनों मनरेगा में खूब सेंधमारी की जा रही है। जीरो टॉलरेंस वाली भाजपा की सरकार में आला अधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा में खूब बंदर बांट किया जा रहा है।जिले की सिद्धौर ब्लॉक में इन दिनों खूब महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाकर मनरेगा में भुगतान कराया जा रहा है बीते आठ अक्टूबर को सिद्धौर ब्लॉक की ग्राम पंचायत पूर्व वेलाऊ में 7 मास्टर रोल पर 64 लेबरों की हाजिरी महिला मेट पप्पी द्वारा NMMS पोर्टल पर लगाई गई।NMMS पोर्टल हाजिरी के लिए अपलोड किए गए डॉट में टोटल चार महिलाएं एवम 4 पुरुष दिखाई दे रहे हैं। भ्रस्टाचारियों ने फ़र्ज़ी बाड़ा करने में कोई कसर नही छोड़ी। और एक ही फोटो को बार बार अपलोड कर महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी भरने का कार्य महिला मेट द्वारा किया गया।
ठीक इसी तरीके से ग्राम पंचायत मीरापुर में भी फ़र्ज़ी बाड़ा किया जा रहा है आठ अक्टूबर को ग्राम पंचायत मीरापुर में 15 मास्टर रोलों पर 132 लेबरों ने काम किया है। जिनमे महिलाओं की हाज़िरी पूर्ण रूप से फर्ज़ी लगाई गई है। क्योंकि NMMS पोर्टल पर हाजिरी के समय अपलोड किए फोटो में कहीं पर भी महिला दिखाई नही दे रही हैं। फिलहाल सिद्धौर ब्लॉक में मनरेगा में जमकर गोलमाल कर हिस्सेदारी की जाती है,यहाँ प्रधानमंत्री ग्रामीण रोजगार की गारंटी योजना सिर्फ कागजों तक ही साबित बनी हुई है। धरातल पर हो रहे कच्चे कामों में मनरेगा की ओर से लगाए गए लेबरों में खूब कमाई महिलाओ की फ़र्ज़ी हाजिरी भरकर की जा रही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाजिरी भरने वाले से लेकर सचिव, वीडियो के साथ साथ डीसी मनरेगा तक इस भ्रस्टाचार में संलिप्त है। यही बो कारण है कि जांच में हीला हवाली कर मामले को दवाने का काम किया जाता है। अगर बारीकी से जांच की जाए तो सिद्धौर ब्लाक की लगभग 85% ग्राम पंचायतों में महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी भरकर भुगतान करने का काम किया जा रहा है। जिसमे ब्लॉक के अधिकारी भी शामिल हैं।