शाहजहांपुर से रोचक अग्निहोत्री की रिपोर्ट
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शाहजहांपुर में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब एडीएम अरविंद कुमार खुद एक गोदाम के गेट पर चढ़ गए। वजह थी—एक बड़ी खबर, एक बड़ा संदेह और उससे भी बड़ा हौसला।बात सिर्फ गेहूं की नहीं थी, बात थी जनता के हक की। किसानों का खून-पसीना बहाकर उगाया गया अन्न जब मुनाफाखोरों के लालच की भेंट चढ़ने लगे, तब ज़रूरत थी एक सख्त फैसले की। और एडीएम अरविंद कुमार ने वही किया।एडीएम ने खुद गेट पर चढ़कर एक-एक बोरी की गिनती की।परिणाम—2 लाख 75 हज़ार रुपये का सीधा जुर्माना। कोई बहाना नहीं, कोई रियायत नहीं।एडीएम का ये एक्शन न सिर्फ माफियाओं के लिए चेतावनी है, बल्कि पूरे जनपद को भरोसा देने वाला संदेश भी—कि अब भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठेगी, और कार्रवाई भी होगी।जनता भी कह रही है—अगर हर अफसर एडीएम अरविंद कुमार की तरह काम करने लगे, तो आधी दिक्कतें अपने आप ही दूर हो जाएं।
शाहजहांपुर में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब एडीएम अरविंद कुमार खुद एक गोदाम के गेट पर चढ़ गए। वजह थी—एक बड़ी खबर, एक बड़ा संदेह और उससे भी बड़ा हौसला।बात सिर्फ गेहूं की नहीं थी, बात थी जनता के हक की। किसानों का खून-पसीना बहाकर उगाया गया अन्न जब मुनाफाखोरों के लालच की भेंट चढ़ने लगे, तब ज़रूरत थी एक सख्त फैसले की। और एडीएम अरविंद कुमार ने वही किया।
एडीएम ने खुद गेट पर चढ़कर एक-एक बोरी की गिनती की।परिणाम—2 लाख 75 हज़ार रुपये का सीधा जुर्माना। कोई बहाना नहीं, कोई रियायत नहीं।एडीएम का ये एक्शन न सिर्फ माफियाओं के लिए चेतावनी है, बल्कि पूरे जनपद को भरोसा देने वाला संदेश भी—कि अब भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठेगी, और कार्रवाई भी होगी।जनता भी कह रही है—अगर हर अफसर एडीएम अरविंद कुमार की तरह काम करने लगे, तो आधी दिक्कतें अपने आप ही दूर हो जाएं।