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Poet Surendra Sharma Jibe On social media | सोशल मीडिया की चमत्कारिक दवाएं सीधा अस्पताल पहुंचाती हैं: पैकेट हाथ में लेते ही मुझे शक्तिमान जैसी फीलिंग आने लगी! – Uttar Pradesh News



मैंने सुना था कि जब भगवान हमसे नाराज होता है, तो वो हमें डॉक्टर के पास भेज देता है और जब डॉक्टर हमसे नाराज होता है तो वो हमें भगवान के पास भेज देता है। शायद इसीलिए डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। पर आजकल भगवान का यह दूसरा रूप इंस्टाग्राम और

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उसमें एक फाइव स्टार हॉस्पिटल के मालिक बता रहे थे कि ‘प्रोस्टेटाइटिस’ नामक एक ऐसी बीमारी है। इसके कारण आपको पेशाब संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और आपमें नपुंसकता भी आने लगती है। इस बीमारी का इलाज करने के लिए बड़े-बड़े अस्पतालों में हजारों-लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं। लेकिन इस वीडियो में मैं कुल 7 मिनट में आपको ऐसा उपाय बताऊंगा, जिससे आपका खोया यौवन लौट आएगा। कुल 2800 रुपए में आप लगभग 10 साल जवान हो जाओगे।

वीडियो देखकर मैंने सोचा, वाह भई सुरेन्द्र शर्मा। तू बिना बात ही टेंशन ले रहा था कि आगे कवि-सम्मेलन करूं या नहीं। 2800 रुपए की ये दवाई तुझे 10 साल जवान कर देगी।

वीडियो में यह भी बताया गया कि इस चमत्कारिक दवाई को सरकार से भी मान्यता प्राप्त है। मैंने सोचा कि जब इन डॉक्टर साहब के हाथ ऐसा जादुई नुस्खा लग गया है, तो इन्होंने अपने फाइव स्टार हॉस्पिटल से इस बीमारी का इलाज करने वाले डॉक्टरों को निकाल क्यों नहीं दिया?

मैंने वीडियो आगे बढ़ाया तो पता लगा कि ये चमत्कारिक दवाई हर जगह नहीं मिलती। इसके केवल 475 पैकेट शेष हैं, जो ऑर्डर करने के बाद 24 घंटे के भीतर आपके घर भिजवा दिए जाएंगे।

मैंने तुरंत दिए गए नंबर पर कॉल किया। फोन उठाने वाले ने पूछा कि आपको हाफ कोर्स चाहिए या फुल कोर्स। मैंने कहा, ‘हाफ कोर्स ही भेज दो।’

उसने बताया कि हाफ कोर्स से आप थोड़े से जवान हो पाओगे, लेकिन फुल कोर्स ले लिया तो आप बिल्कुल जवान हो जाओगे। मैंने जवानी के मामले में कोई समझौता न करते हुए, 2800 की जगह 5600 रुपए खर्च करके पूरी जवानी खरीद ली।

पैसे देते ही मैं ऐसे पार्सल की प्रतीक्षा करने लगा, जैसे रामचंद्र जी संजीवनी की प्रतीक्षा कर रहे हों। वायदे के मुताबिक 24 घंटे के भीतर फुल जवानी की औषधि मेरे पास आ गई। दवाई का पैकेट हाथ में लेते ही मुझे शक्तिमान जैसी फीलिंग आने लगी।

मैंने तुरंत वो दवाई लेनी शुरू की। दो डोज लेने के बाद ही मेरी समस्याओं में बढ़ोतरी होने लगी। तीसरी डोज लेते ही मुझे समझ आ गया कि इस दवाई को तुरंत बंद नहीं किया तो पहली बार कोई लक्ष्मण संजीवनी लेकर राम जी को प्यारा हो जाएगा।

अब मैं गाड़ी में बैठकर उसी डॉक्टर के अस्पताल में इलाज करवाने जा रहा हूं, जिसने धन्वंतरि का रूप धरकर मुझे यह दवाई लेने के लिए उकसाया।

कलयुगी धन्वंतरि ने सुरेन्द्र शर्मा को उल्लू बनाकर यूट्यूब से पैसे कमाए, फिर यह दवाई बेचकर अलग पैसे कमा लिए और अब अस्पताल में इलाज करके और पैसे कमाएगा। भाइयों, मैं तो उल्लू बन गया। आप उल्लू न बनना। और हां, वो क्या कहते हैं आजकल, इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद मेरा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब जरूर करना।

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