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Unnao Holi Violence; Sharif Khan Mob Lynching | Hindu Muslim | शरीफ की बेटी बोली, अब्बू को पीटकर मार डाला: रंग डालने पर विवाद, पुलिस बोली- भागने की कोशिश में गिरे, हार्ट अटैक से मौत


‘मेरे अब्बू पर मना करने के बावजूद रंग फेंका। उन्हें रिक्शे से खींचकर मारा गया। वो खुद को बचाने के लिए भागे, लेकिन लोगों ने उन पर रंग भरी बाल्टी फेंक दी। अब्बू वहीं गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। उस दिन वो रोजे से थे। बस उन्होंने रंग डालने से मना किया था

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उन्नाव के कासिम नगर में रहने वाली सर्मीना इतना कहते ही भावुक हो जाती हैं। उनके पिता शरीफ खान सऊदी अरब में पानी का टैंकर चलाते थे। रमजान पर घर आए थे। 15 मार्च को उनकी मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि शरीफ की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस मौत की वजह हार्टअटैक बता रही है।

घटना के बाद पुलिस ने 4 आरोपी मुन्नू, अमरपाल, किशन और संजय समेत अज्ञात पर BNS की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 352 और 190 के तहत केस दर्ज किया है। इसमें मॉब लिंचिंग की धारा नहीं जोड़ी है। पुलिस ने उसी दिन 100 अज्ञात लोगों पर दंगा भड़काने की भी FIR दर्ज की है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीफ की मौत की वजह शॉक की वजह से कार्डियक अरेस्ट बताई गई है।

दैनिक भास्कर उन्नाव में उस स्पॉट पर पहुंचा, जहां शरीफ के साथ मारपीट हुई। पुलिस के दावों और अब तक की इन्वेस्टिगेशन को समझा।

ये फोटो शरीफ खान की मौत के बाद की है। उनके कपड़ों पर रंग लगा दिख रहा है। कपड़े फटे हुए भी थे।

ये फोटो शरीफ खान की मौत के बाद की है। उनके कपड़ों पर रंग लगा दिख रहा है। कपड़े फटे हुए भी थे।

शरीफ के परिवार ने बताया 15 मार्च की सुबह क्या हुआ परिवार के मुताबिक, 15 मार्च की सुबह 10:30 बजे शरीफ बाजार के लिए निकले थे। वे इफ्तारी का सामान लेने जा रहे थे। बाजार में कुछ बच्चों ने उन पर रंग फेंक दिया। उन्होंने मना किया और रिक्शे में बैठकर आगे जाने लगे। तभी बच्चों के घर से कुछ लोग बाहर आए और बदतमीजी करने लगे।

पहले बहस शुरू हुई। फिर बात इतनी बढ़ गई कि गुस्साए लोगों ने शरीफ को रिक्शे से खींचकर उतारा और पीटने लगे। उनके कपड़े फाड़ दिए। उनके पैसे छीन लिए। परिवार के मुताबिक-

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शरीफ खुद को बचाने के लिए भागे तो उन पर रंग की बाल्टी फेंकी गई। उनकी हालत ऐसी थी कि वो सांस तक नहीं ले पा रहे थे।

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मोहल्ले के एक व्यक्ति ने उन्हें सड़क पर बेहोशी की हालत में देखा, तो परिवार को बताया। परिवार वाले बाजार पहुंचे और शरीफ को घर लेकर आए। उस वक्त उनके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही थी।

उनकी हालत देखकर पत्नी रोशन जहां घबरा गईं। उन्होंने अपने भाई मिन्हाज को बुलाया और शरीफ को लेकर अस्पताल चली गई। डॉक्टर ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है। 15 मार्च की शाम शरीफ को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। अब परिवार आरोप लगा रहा है कि शरीफ के साथ मारपीट हुई, बावजूद इसके पुलिस इसे मॉब लिंचिंग का केस नहीं मान रही।

‘गाली-गलौज से शुरू हुई बहस, मारपीट में बदल गई’ जब लोग शरीफ को पीट रहे थे, तब वहां मौजूद शमीम उन्हें बचाने पहुंचे थे। शमीम बताते हैं, ‘शरीफ बाजार से होते हुए ऑटो से जा रहे थे। चुंगी पर उन्होंने देखा कि रंग चल रहा है, तो वे रुक गए। उन्होंने बच्चों से कहा कि मेरे ऊपर रंग मत डालना, लेकिन बच्चे नहीं माने। वहां बच्चों के घरवाले भी खड़े थे। उन्हें बच्चों को ऐसा करने से मना करना चाहिए था।‘

‘वो लोग बच्चों को समझाने की बजाय शरीफ से ही लड़ने लगे। थोड़ी देर में गाली-गलौज शुरू हो गई। उन लोगों ने शरीफ भाई को ऑटो से खींचा और मारपीट करने लगे।’

शरीफ की मौत के बाद परिवार पर दंगा भड़काने का आरोप लगा शरीफ की मौत के तीन दिन बाद हम उनके परिवार में मिलने कासिम नगर पहुंचे। ये मुस्लिम बहुल इलाका है। घटना के बाद से यहां तनाव है। गलियों में पुलिस फोर्स तैनात है। शरीफ के घरवाले जिन लोगों पर मॉब लिंचिंग का आरोप लगा रहे हैं, उनके घर भी उसी मोहल्ले में हैं। लिहाजा, कड़ी सिक्योरिटी रखी गई है।

शरीफ के परिवार में पत्नी रोशन जहां, 5 बेटियां और एक बेटा है। इनमें दो बेटियों की शादी हो चुकी है। रोशन जहां के भाई मिन्हाज और सैफी ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है।

सैफी बताते हैं, ‘जब शरीफ की डेडबॉडी घर लाई गई, तो मोहल्ले और आसपास के लोग इकट्ठा होने लगे। लोग घटना से बहुत नाराज थे। भीड़ बढ़ने लगी तो इलाके में फोर्स बढ़ा दी गई।’

‘प्रशासन की मौजूदगी में ही उन्हें दफनाया गया। हम सभी घर लौट आए। सुबह उठे तो अखबार में पढ़ा कि हमारे घरवालों पर दंगा भड़काने का मुकदमा हो गया है। परिवार के लोगों पर भीड़ इकट्ठा करने, नफरती नारे लगाने और कानूनी कार्रवाई में बाधा डालने के आरोप लगे हैं, जबकि ऐसा कुछ नहीं था।’

‘ये घटना कोई छोटी बात नहीं थी। लोग नाराज हुए, तो भीड़ जमा हो गई। हमने किसी को नहीं बुलाया। उल्टा प्रशासन लोगों को कंट्रोल नहीं कर पाया।’

15 मार्च को ही प्रशासन ने शरीफ खान के परिवार वालों और 100 अज्ञात लोगों पर दंगा भड़काने की FIR दर्ज की है।

15 मार्च को ही प्रशासन ने शरीफ खान के परिवार वालों और 100 अज्ञात लोगों पर दंगा भड़काने की FIR दर्ज की है।

शरीफ के परिवार ने प्रशासन के सामने 3 मांगे रखी हैं… 1. परिवार की सेफ्टी: शरीफ घर के इकलौते कमाने वाले थे। अब घर में कोई बड़ा नहीं है। ऐसे हालात में परिवार की महिलाओं और बच्चों के साथ कोई घटना होती है, तो उनकी देखरेख कौन करेगा। लिहाजा, परिवार ने सेफ्टी की मांग की है।

2. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई: शरीफ की बेटी सर्मीना का कहना है कि पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी घटना के बाद उनसे मिलने नहीं आया। न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है। इस मामले में न्यायिक जांच होनी चाहिए, इसमें मॉब लिंचिंग की धाराएं जोड़नी चाहिए।

3. परिवार को सरकारी मुआवजा मिले: शरीफ के घरवालों ने सरकार से मांग है कि उन्हें मुआवजा दिया जाए।

घटना के बाद से अरोपियों के घर बंद, लोग फरार शरीफ के घर से 500 मीटर दूर काशिफ अली सराय चुंगी पड़ती है। यहां हिंदू-मुस्लिम दोनों कम्युनिटी के लोग रहते हैं। 15 मार्च की सुबह इसी जगह विवाद शुरू हुआ था। यहां एक छोटा सा बाजार है, जिसमें टेंट हाउस, मेडिकल स्टोर, रोजमर्रा के सामान की दुकानें हैं। बाजार में ही मुन्नू, अमरपाल, किशन और संजय के घर हैं, जिन पर शरीफ के साथ मारपीट करने का आरोप है।

मामला दो कम्युनिटी से जुड़ा है, इसलिए उन्नाव पुलिस ने चौराहों पर फोर्स तैनात की है। आरोपियों के मकान और शरीफ के घर आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। हम आरोपी मुन्नू और अमरपाल के घर पहुंचे, जो घटना के बाद से ही बंद हैं। यहां सुरक्षा में तैनात सिपाही ने बताया कि 17 मार्च के बाद से आरोपियों का परिवार घर बंद करके कहीं चला गया है।

ये तस्वीर आरोपी मुन्नू और किशन के घर की है। घटना के बाद से मकान बंद पड़ा है और आरोपियों के परिवार गायब हैं।

ये तस्वीर आरोपी मुन्नू और किशन के घर की है। घटना के बाद से मकान बंद पड़ा है और आरोपियों के परिवार गायब हैं।

आरोपी अमरपाल के घर में एक बुजुर्ग मिले। उन्होंने कहा कि अमरपाल कहां है, कुछ नहीं पता। हमने उनसे पूछा कि क्या बच्चों ने शरीफ पर रंग फेंका था? उन्होंने जवाब दिया- ‘बच्चों ने रंग डाला, लेकिन कोई हत्या नहीं की। शरीफ बच्चों को गाली देने लगा। फिर ई-रिक्शा से जैसे ही थोड़ी दूर आगे बढ़ा था कि वहीं उसकी मौत हो गई।‘

मोहल्ले वाले बोले- शरीफ का किसी से झगड़ा नहीं था हमने कासिम नगर बाजार के दुकानदारों से आरोपियों और शरीफ के बारे में पूछा। जानने की कोशिश की कि क्या उनके बीच कोई पुरानी रंजिश थी। बाजार में सब्जी की दुकान चलाने वाले बच्चन खान कहते हैं, ‘शरीफ नाम के मुताबिक बेहद शरीफ व्यक्ति थे। उनका आज तक किसी से झगड़ा नहीं हुआ।‘

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शरीफ उन्नाव में ज्यादा नहीं रहते थे। रमजान के वक्त ही सऊदी से छुट्टी लेकर घर आते थे। फिर वापस चले जाते थे।

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क्या आरोपियों की उनके परिवार से कोई रंजिश थी? बच्चन कहते हैं, ‘ऐसा कुछ नहीं था। बस बच्चों के रंग खेलने को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद ये घटना हो गई।‘ आरोपियों का बाजार में कॉम्प्लेक्स है। उन्होंने ठेके पर दुकानें दी हैं। इसी से उनका परिवार चलता है।

शरीफ खान के परिवार ने FIR में किशन, अमरपाल, मन्नू और संजय पर मारपीट का आरोप लगाया है।

शरीफ खान के परिवार ने FIR में किशन, अमरपाल, मन्नू और संजय पर मारपीट का आरोप लगाया है।

ओवैसी बोले- पुलिस गुंडों को बचा रही शरीफ की मौत के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले को ये कहकर बंद करना चाहती है कि ये हत्या नहीं थी, दिल का दौरा था। ये घटना इसलिए नहीं हुई क्योंकि होली और जुमा एक ही दिन थे, बल्कि ये सब इसलिए हुआ क्योंकि गुंडों की भीड़ को ये समझ आ चुका है कि उन्हें पुलिस और प्रशासन का संरक्षण हासिल है।‘

अब पुलिस की इन्वेस्टिगेशन के बारे में जान लीजिए…

शरीफ की मौत की वजह ‘सदमा’, शरीर पर चोट का एक निशान नहीं उन्नाव शहर की CO सोनम सिंह इस केस की जांच कर रही हैं। उन्होंने घटना वाले दिन भी कासिम नगर जाकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। हमने उनसे शरीफ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कुछ सवाल पूछे।

सवाल: शरीफ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या आया है? जवाब: शरीफ की मौत के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसकी डेथ की वजह हार्ट अटैक (कार्डियक अरेस्ट) बताई गई है। उनके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला। ऐसा पाया गया है कि विवाद के बाद शरीफ भागने की कोशिश में गिरे थे, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ी और मौत हो गई।

शरीफ खान की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह शॉक और कार्डियक अरेस्ट बताई गई है।

शरीफ खान की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह शॉक और कार्डियक अरेस्ट बताई गई है।

सवाल: शरीफ के परिवार ने जिन लोगों पर आरोप लगाए हैं, क्या उनकी गिरफ्तारी हुई? जवाब: परिवार मारपीट का आरोप लगा रहा है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीफ की मौत की वजह उन्हें लगा सदमा बताया गया है। होली का रंग डालने की बात सामने आई है। इन बिंदुओं पर जांच चल रही है। जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, उनमें 2 लोगों से पूछताछ हो रही है।

सवाल: इस घटना के बाद कितने लोगों पर FIR दर्ज हुई है? जवाब: शरीफ के परिवार ने किशन, मुन्नू, अमरपाल, संजय सहित एक अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। उसी दिन घटना के बाद बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हुई। कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश हुई, जिसके बाद 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।

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