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दाना तूफान के बीच राहत शिवरों में गूंजीं किलकारियां, कैंप में 1600 ने बच्चों का जन्म

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Dana Cyclone Live Update: दाना तूफान ने गुरुवार (24 अक्टूबर) देर रात ओडिशा में दस्तक दी. यहां के कई जिलों में तूफान की वजह से भारी नुकसान हुआ. तेज हवाओं और बारिश का सिलसिला शुक्रवार सुबह भी जारी रहा. खतरे को देखते हुए तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया.

वहीं, दाना तूफान के दौरान एक और पिक्चर सामने आई. यह तस्वीर थी गर्भवती महिलाओं से जुड़ी हुई. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गुरुवार को बताया था कि लगभग 4,500 गर्भवती महिलाओं को भी राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया था. इनमें से 1,600 ने बच्चों को जन्म दिया.

7 लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में

बता दें कि ओडिशा में गुरुवार को कुल 5 लाख 84 हजार 888 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था. शुक्रवार सुबह तक यह संख्या बढ़कर 700,000 से अधिक हो गई थी. सीएम माझी ने बताया कि निकाले गए लोगों को अभी 6,008 कैंपों में ठहराया गया है. यहां उनके लिए भोजन, दवा, पानी और अन्य जरूरी इंतजाम किए गए हैं.

बालासोर जिले से सबसे ज्यादा लोगों को निकाला

सीएम ने बताया कि बालासोर जिले में सबसे अधिक लोगों को निकाला गया, जहां 172,916 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, उसके बाद मयूरभंज में 100,000 लोगों को राहत शिविरों में ले जाया गया. भद्रक से 75,000, जाजपुर से 58,000 और केंद्रपाड़ा से 46,000 लोगों को तटीय इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.

भद्रक और बांसडा में सबसे ज्यादा नुकसान

भद्रक और बांसडा में तूफान की वजह से सबसे ज्यादा तबाही मची है. यहां कई जगह पेड़, बिजली के खंभे और होर्डिंग गिरने की सूचना है. हालांकि एनडीआरएफ की टीमें तूफान के कमजोर पड़ने के बाद रोड पर गिरे पेड़ों को हटाने में जुट गई है. ओडिशा सरकार का कहना है कि बारिश रुकने के बाद बिजली सप्लाई भी बहाल कर दी जाएगी. फिलहाल इस तूफान में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं मिली है. सरकार ने भी जीरो कैजुएलिटी की पुष्टि की है.

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