जमुना चर्च में हुई विशेष प्रार्थना।
प्रभु यीशु मसीह को याद कर प्रयागराज में गुड फ्राइडे सप्ताह मनाया जा रहा है। मसीही समुदाय के लोग प्रभु यीशु की भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं। मुट्ठीगंज स्थित जमुना चर्च में गुड फ्राइडे सप्ताह के बीच माउंडी थर्सडे को शिष्यों के पैर धोने की पारंपरिक रस्म
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मुख्य अतिथि डायोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप मॉरिस एडगर दान मौजूद रहे। संचालन चर्च की प्रेसिबिटर इंचार्ज मृदलिनी डिकोस्टा ने किया। चर्च गायन मंडली की ओर से गीत प्रस्तुत किए गए। बिशप मॉरिस एडगर दान ने कहा कि बाईबल के अनुसार प्रभु यीशु मसीह ने अपने 12 शिष्यों को परम पिता परमेश्वर के महान कार्यों के लिए चुना और उनके पैर धोए। यह उस दौर की घटना है जब दूसरों के पैरों को धोना एक तुच्छ काम समझा जाता था। चूंकि ऐसा काम सिर्फ़ नौकरों से कराया जाता था।


प्रभु यीशु मसीह के इस काम से उनके शिष्य भी सहज नहीं थे लेकिन प्रभु यीशु ने यह काम सिर्फ समाज में मानवता का संदेश देने के लिए किया। यह बताने के लिए किया कि सभी मनुष्य एक समान हैं, और परमेश्वर की संतान होने का अधिकार मिला है। इस दौरान बाईबल के अध्याय यहुन्ना 13: 12-31 के पाठ पर मनन करते हुए बिशप मॉरिस एडगर दान ने कहा कि हमारा समाज आज भी इन कुरीतियों को मानता है जहां गरीब अमीर और जात पात में भेदभाव है। प्रभु यीशु मसीह ने अपनी दीनता दिखाते हुए ऐसी कुरीतियों को ख़त्म किया। कार्यक्रम के अंत में मसीही समाज के लोगों ने प्रभु भोज में हिस्सा लिया और विश्वास की प्रार्थना की गई।
शहर के सभी चर्चों में अपने निर्धारित समय पर मौंडे थर्सडे की प्रार्थना गई। इस मौक़े पर पादरी अजय मसीह, सुनील डिकोस्टा, ऐलन दान, शबनम दान, प्रेक्षा दान, डॉ. सिंथिया तिमोथी, प्रकुल मैसी, सुनील कुमार वर्मा, संजय खन्नाअर्चि तिमोथी आदि उपस्थित रहे।