वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर1 मिनट पहले
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मुजफ्फरनगर में नई मंडी कोतवाली इलाके के दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर ट्रक में आग लग गई।
मुजफ्फरनगर में नई मंडी कोतवाली इलाके के दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर मंगलवार दोपहर एक सनसनीखेज हादसा उस वक्त टल गया, जब भोपा बाईपास पर एक ट्रक हाईटेंशन लाइन से टकरा गया और उसमें भीषण आग लग गई।
गनीमत रही कि चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रक से कूदकर अपनी जान बचा ली। देखते ही देखते धूं-धूं कर जलते ट्रक ने आसपास के इलाके में दहशत फैला दी। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक ट्रक का पिछला हिस्सा बुरी तरह जलकर खाक हो चुका था।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह दिल दहला देने वाला हादसा भोपा रोड पर टीपीनगर के पास हुआ। हरिद्वार से मुजफ्फरनगर की ओर आ रहा यह ट्रक जैसे ही टीपीनगर में ऑवर ब्रिज से नीचे उतरा, अचानक ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से जा टकराया।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि बिजली के शॉर्ट सर्किट से ट्रक के पहियों में आग भड़क उठी। पल भर में ही आग ने विकराल रूप ले लिया और ट्रक को अपनी चपेट में ले लिया। आसपास मौजूद लोगों की चीख-पुकार सुनकर चालक ने फुर्ती दिखाई और जलते ट्रक से कूदकर अपनी जान बचाई।

अफरातफरी और तमाशबीनों का जमावड़ा
ट्रक में आग लगते ही इलाके में अफरातफरी मच गई। धुएं का गुबार और लपटों ने पूरे क्षेत्र को डर के साये में ला दिया। देखते ही देखते मौके पर तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई, जो इस खौफनाक मंजर को देखकर दंग रह गई। कुछ लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी, तो कुछ ने अपने मोबाइल फोन से इस घटना के वीडियो बनाना शुरू कर दिया।
फायर कर्मियों का साहसिक प्रयास
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि ट्रक को बचाना मुश्किल हो रहा था। फायरकर्मियों ने पानी की तेज बौछारों से आग पर काबू पाने की कोशिश की। करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया गया, लेकिन तब तक ट्रक का पिछला हिस्सा पूरी तरह जल चुका था। केबिन को छोड़कर बाकी हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
हादसे के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में हाईटेंशन लाइन की ऊंचाई और ट्रक की टक्कर को हादसे की वजह माना जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चालक की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया, वर्ना जानमाल का भारी नुकसान हो सकता था।