एडिटरकष्ण कुमार शुक्ल,नारद संवाद न्यूज़
रामनगर।बाराबंकी।विकासखंड रामनगरके गन्ना विकास परिषद बुढ़वल के ग्राम दुर्गापुर और ग्राम लहड़रा में लाल बहादुर शास्त्री गन्ना किसान संस्थान लखनऊ द्वारा चीनी मिल रोजागांव के सहयोग से बसंतकालीन गन्ना बुवाई हेतु किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी को संबोधित करते हुए संस्थान के पूर्व सहायक निदेशक राम नरेश वर्मा प्रधान ने कहा कि किसान अपनी मिट्टी की जांच जरुर कराएं, रिपोर्ट के अनुसार संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करें। सामान्यतः 180 कि ग्रा यूरिया, 80 कि ग्रा फास्फोरस और 60 कि ग्रा पोटाश के साथ 30 कि ग्रा सल्फर का प्रति हेक्टेयर में अवश्य प्रयोग करें। बीज वाले गन्ने की 15 दिन पहले हल्की सिंचाई करके 5 कि ग्रा यूरिया प्रति बीघा के प्रयोग से जमाव 10 से 15 प्रतिशत बढ़ जाता है। गन्ना संस्थान के विषय विशेषज्ञ अरुण कुमार ने किसानों से कहा कि जलभराव की समस्या के लिए गन्ना प्रजाति को लख 12207, 12209 तथा कोशा 14234 की बुवाई करें। जनवरी के अंत में गन्ने के एक आंख के टुकड़े की पौध तैयार कर फरवरी में खेत में लगाए तथा जमीन को 1 कि ग्रा प्रति बीघा ट्राईकोडर्मा से उपचारित करके ही बोएं। पोटाश का प्रयोग जरुर करें। उन्होंने बताया कि जमीन के नीचे वाले कीड़ों के नियंत्रण के लिए 2 कि ग्रा बेवेरिया बेसियाना प्रति एकड़ की दर से 50 कि ग्रा सड़ी गोबर की खाद में मिलाकर प्रयोग करें। जिला गन्ना अधिकारी डॉ दुष्यन्त कुमार ने कहा कि विभागीय योजनाओं का लाभ लें,समय से स्वीकृत प्रजाति की बुवाई करें। गन्ना पर्ची एवं गन्ना मूल्य भुगतान समय से कराया जाएगा। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक दिलीप सिंह ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि किसी समस्या के निवारण के फोन पर सूचना दें निदान कराया जाएगा। चीनी मिल के गन्ना प्रबन्धक अमित कुमार ने कहा कि को. 0118, 15023 तथा को लख 14201, 16202 आदि गन्ना प्रजातियों की बुवाई करें। उन्होंने किसानों से आहवान किया कि आप मिट्टी का सैंपल इकट्ठा कर लें हम चीनी मिल से मृदा परीक्षण करा देंगे। उप गन्ना प्रबन्धक इंद्रजीत यादव ने कहा कि चीनी मिल समय से आपका गन्ना मूल्य भुगतान कर रही है अतः गन्ना क्षेत्रफल को बढ़ाएं। गोष्ठी में गन्ना विभाग एवं चीनी मिल कर्मचारियों के साथ बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।