के के शुक्ला/राघवेन्द्र मिश्रा नारद संवाद न्यूज़
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बाराबंकी के रामनगर तहसील स्थित लोधेश्वर महादेवा में स्थित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय की स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी है। भवन की दीवारें जर्जर हो चुकी हैं और प्लास्टर टूटकर गिर रहा है।चिकित्सालय की डॉक्टर सुषमा सिंह ने बताया कि उन्होंने कई बार तहसील के उच्च अधिकारियों को लिखित शिकायत की है। खंड विकास अधिकारी सूरतगंज ने नए भवन का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।फार्मासिस्ट नरेंद्र कुमार वर्मा के अनुसार, एसडीएम रामनगर पवन कुमार ने इस मामले में खंड विकास अधिकारी सूरतगंज को जिम्मेदारी सौंपी है। ग्राम प्रधान लोधौरा को भी इस बारे में सूचित किया गया है। लेकिन उनकी खराब सेहत के कारण कोई प्रगति नहीं हो पाई है।स्थानीय निवासी बाबा रामनाथ, मुन्नू बाबा और विनोद कुमारी का कहना है कि यह ग्राम समाज की जमीन है। उनकी मांग है कि जर्जर भवन को गिराकर वहीं नया भवन बनाया जाए। चिकित्सालय को कहीं और स्थानांतरित करने से उन्हें परेशानी होगी।
बाराबंकी के रामनगर तहसील स्थित लोधेश्वर महादेवा में स्थित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय की स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी है। भवन की दीवारें जर्जर हो चुकी हैं और प्लास्टर टूटकर गिर रहा है।
चिकित्सालय की डॉक्टर सुषमा सिंह ने बताया कि उन्होंने कई बार तहसील के उच्च अधिकारियों को लिखित शिकायत की है। खंड विकास अधिकारी सूरतगंज ने नए भवन का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
फार्मासिस्ट नरेंद्र कुमार वर्मा के अनुसार, एसडीएम रामनगर पवन कुमार ने इस मामले में खंड विकास अधिकारी सूरतगंज को जिम्मेदारी सौंपी है। ग्राम प्रधान लोधौरा को भी इस बारे में सूचित किया गया है। लेकिन उनकी खराब सेहत के कारण कोई प्रगति नहीं हो पाई है।
स्थानीय निवासी बाबा रामनाथ, मुन्नू बाबा और विनोद कुमारी का कहना है कि यह ग्राम समाज की जमीन है। उनकी मांग है कि जर्जर भवन को गिराकर वहीं नया भवन बनाया जाए। चिकित्सालय को कहीं और स्थानांतरित करने से उन्हें परेशानी होगी।
वर्तमान में चिकित्सालय की दवाइयां भी खराब हो रही हैं। स्टाफ को डर है कि अगर कोई दुर्घटना होती है तो जवाबदेही उन पर होगी। छह महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी नए भवन के लिए जगह का चयन नहीं हो पाया है।