सनी गुप्ता, संभल40 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

संभल हिंसा में DM-SDM सहित 45 लोगों के बयान दर्ज किए गए।
संभल हिंसा मामले की जांच करने के लिए यूपी की योगी सरकार ने त्रिस्तरीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया। आयोग ने संभल के चार दौरे किए है, डीएम-एडीएम व एसडीएम सहित कुल 45 लोगों के बयान दर्ज किए गए है।
आयोग के सदस्य अरविंद कुमार जैन ने बताया कि अब तक 15 से 16 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं, जबकि पिछले दिन 29 लोगों के बयान दर्ज किए गए थे। आज जिलाधिकारी, एसडीएम संभल, डॉक्टर्स और पब्लिक के गवाहों ने शपथ पत्र देकर अपने बयान दिए। बाकी गवाहों के बयान या तो संभल आकर लिए जाएंगे या फिर उन्हें लखनऊ बुलाया जाएगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुरादाबाद जेल में बंद 77 मुजरिमों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। जिन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे। आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने दो दिवसीय दौरे पर संभल का दौरा किया था, और बयान दर्ज करने का कार्य संभल के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में किया गया।
19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी कोर्ट में दावा किया कि संभल की शाही जामा मस्जिद दरअसल श्री हरिहर मंदिर है। इसके बाद मस्जिद का सर्वे शुरू हुआ, और 19 नवंबर की शाम से लेकर 24 नवंबर तक मस्जिद में सर्वे किया गया।
इस दौरान, बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी, जिससे चार लोगों की मौत हो गई और कई वाहन जलाए गए। पुलिस ने कुल 79 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो हत्यारोपी और तीन महिलाएं शामिल हैं। अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में से किसी की भी जमानत नहीं हुई है। एक महिला को साक्ष्य के अभाव में कोर्ट ने बरी कर दिया है। जांच और साक्ष्य जुटाने का कार्य जारी है, और रिपोर्ट की प्रस्तुति में कुछ समय लग सकता है।