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सपा सांसद रामगोपाल यादव ने CJI को आपत्तिजनक शब्द कहे: कहा- अभी भी उन्हें मंदिर और बाबरी मस्जिद दिख रहा है

मैनपुरी में करहल से सपा प्रत्याशी के नामांकन के बाद मीडिया से बात करते रामगोपाल यादव।

समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा- जब मुर्दों को जिंदा करे हो, तो वो भूत बन जाते हैं। कहां हैं

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जब पत्रकार ने कहा- अभी रविवार की बात है, तो राम गोपाल ने कहा- अरे छोड़ो यार, वो तो जो —- हैं, वो तमाम इस तरह की बातें करते रहते हैं, हम उनका नोटिस क्यों लें? रामगोपाल के बयान में जहां हमने खाली जगह छोड़ी है, वहां उन्होंने अपशब्द बोला है।

रामगोपाल सोमवार को मैनपुरी में करहल से सपा प्रत्याशी तेज प्रताप यादव के नामांकन के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। रामगोपाल यादव यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के चचेरे भाई हैं।

CJI के बारे में रामगोपाल का बयान सुनिए…

भाजपा बोली-देश से माफी मांगें रामगोपाल रामगोपाल के बयान पर भाजपा ने कहा कि समाजवादी पार्टी जिसके चरित्र में ही अराजकता है वो अब कांग्रेस का साथ मिलने के बाद और भी भयावह हो चुकी है।ये लोग संविधान लेकर चुनाव प्रचार तो करते हैं, लेकिन देश की संवैधानिक व्यवस्थाओं का जरा भी सम्मान नहीं करते। अखिलेश यादव के चाचा रामगोपाल यादव की माननीय सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के लिए की गई टिप्पणी बेहद आपत्तिजनक है, इसके लिए उन्हें तत्काल पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। विवाद बढ़ा तो राम गोपाल बोले- CJI को लेकर बयान नहीं दिया बयान पर विवाद बढ़ने पर रामगोपाल बयान से पलट गए। बोले- उन्‍होंने CJI को लेकर ऐसा कोई बयान दिया ही नहीं है। उनसे बहराइच हिंसा को लेकर सवाल किया गया था। रामगोपाल ने कहा, ‘मुझसे सीजेआई के बारे में किसी ने कुछ नहीं पूछा था। प्रधान न्‍यायाधीश काफी सम्‍मानित और प्रतिष्ठित व्‍यक्ति हैं।मैंने उन पर कभी कोई टिप्‍पणी नहीं की है। मुझसे बहराइच के बारे में पूछा गया था और मैंने उस पर ही जवाब दिया था।’ CJI ने कहा था- आस्था हो तो भगवान कोई भी रास्ता निकाल देते हैं चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने रविवार (20 अक्टूबर 2024) को कहा था कि उन्होंने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान के लिए भगवान से प्रार्थना की थी। CJI ने कहा कि अगर आस्था हो तो भगवान कोई भी रास्ता निकाल देते हैं। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ पुणे जिले के खेड़ तालुका में अपने पैतृक गांव कन्हेरसर के लोगों को संबोधित कर रहे थे।

CJI चंद्रचूड़ ने कहा- अक्सर हमारे पास मामले (निर्णय के लिए) आते हैं, लेकिन हम समाधान पर नहीं पहुंच पाते। अयोध्या के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जो तीन महीने तक मेरे सामने था। मैं भगवान के सामने बैठा और उनसे कहा कि उन्हें इसका समाधान ढूंढना होगा।” इसके साथ ही सीजेआई ने कहा, “मेरा विश्वास करें, यदि आपको भरोसा है तो भगवान हमेशा कोई रास्ता निकाल देंगे।”

अयोध्या बाबरी विवाद पर फैसला सुनाने वाली 5 जजों की बेंच में शामिल जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस एस बोबडे, तत्कालीन CJI रंजन गोगोई, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एस अब्दुल नजीर।

अयोध्या बाबरी विवाद पर फैसला सुनाने वाली 5 जजों की बेंच में शामिल जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस एस बोबडे, तत्कालीन CJI रंजन गोगोई, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एस अब्दुल नजीर।

134 साल पुराने विवाद पर 1045 पेज का फैसला लिखा था 6 अगस्त से 16 अक्टूबर तक इस मामले पर 40 दिन सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। संविधान पीठ द्वारा शनिवार को 45 मिनट तक पढ़े गए 1045 पन्नों के फैसले ने देश के इतिहास के सबसे अहम और एक सदी से ज्यादा पुराने विवाद का अंत कर दिया।

इसके मुताबिक चीफ जस्टिस ने कहा कि ढहाया गया ढांचा ही भगवान राम का जन्मस्थान है और हिंदुओं की यह आस्था निर्विवादित है। अयोध्या की 2.77 एकड़ की पूरी विवादित जमीन राम मंदिर निर्माण के लिए दे दी गई।

कोर्ट ने कहा था कि मंदिर निर्माण के लिए 3 महीने में ट्रस्ट बने और इसकी योजना तैयार की जाए। कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन दिए जाने का फैसला सुनाया, जो कि विवादित जमीन की करीब दोगुना है।

फैसला लिखने वाले जज का नाम सामने नहीं आया था जनवरी 2024 में न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में CJI चंद्रचूड़ ने बताया था कि अयोध्या केस का फैसला जजों ने सर्वसम्मति से लिया था। उन्होंने कहा था- अयोध्या में संघर्ष के लंबे इतिहास और विविध पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ही इस केस से जुड़े सभी जजों ने फैसले पर एक राय बनाई थी।

नवंबर 2019 में अयोध्या रामजन्मभूमि केस में फैसला लिखने वाले जज का नाम सामने नहीं आया था। CJI ने इसी पर कहा कि फैसले से पहले जजों ने आपस में बैठकर यह तय किया था कि ये अदालत का फैसला होगा, किसी जज विशेष का नहीं।

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वकील के Ya.. Ya.. Ya.. बोलने पर CJI नाराज, कहा- Yes कहिए, यह कोर्ट है, कॉफी शॉप नहीं

सितंबर 2024 में चीफ जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़, पूर्व CJI रंजन गोगोई के फैसले के खिलाफ लगाई याचिका पर सुनवाई कर रहे थे। सुनवाई के दौरान वकील के अंग्रेजी में ‘या.. या..’ कहने पर नाराज हो गए। उन्होंने वकील को डांटते हुए कहा- यह कोई कॉफी शॉप नहीं है। ये क्या है या.. या..। मुझे इससे बहुत एलर्जी है। इसकी परमिशन नहीं दी जा सकती। आप यस बोलिए। पढ़ें पूरी खबर…

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