NArad samvad सम्पादक अनुराग राजू मिश्रा
(Part 5 पीड़ित किसान विक्रम सिंह उमस्सड,जलालाबाद)
शाहजहांपुर((जलालाबाद)वर्ष 2020-21 की गेंहू खरीद के समय पिटारमऊ सहकारी समिति के सचिव राजीव त्रिवेदी ने गाज़ियाबाद एक होटल में आत्महत्या कर ली थी।स्व.राजीव त्रिवेदी द्वारा क्षेत्र के सैकड़ो किसानों से हजारों कुन्तल गेंहूँ खरीदा गया था।राजीव त्रिबेदी ने गाज़ियाबाद के एक होटल में आत्महत्या कर ली थी।राजीव त्रिवेदी की आत्महत्या के समाचार के बाद सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने राजीव त्रिवेदी की मौत पर करोड़ों रुपये गवन करने की योजना बना डाली।
पीड़ित किसान विक्रम सिंह ने बताया कि उन्होंने 47 कुन्तल गेंहू पिटारमऊ सोसाइटी पर बेंचा था। सचिव राजीव त्रिवेदी द्वारा किसी भी कास्तकार को कोई रसीद नही दी जाती थी।लेकिन कास्तकारों द्वारा सेंटर पर बेंचे जाने बाले गेंहूँ की मात्रा को सह केंद्र प्रभारी प्रेमपाल अपने रजिस्टर पर लिख लेता था।विक्रम सिंह ने कहा कि अधिकारियों ने गोदाम पर रखा गेंहू बेंच लिया इस लिए कास्तकारों को उनका भुगतान नही हो सका। प्रेमपाल के रजिस्टर को भी अधिकारियों ने गायब कर दिया।
राजीव त्रिवेदी की मौत की खबर के बाद जिले के आला अधिकारियों ने पिटारमऊ सोसाइटी की गोदाम को सील करने के आदेश दे दिए लेकिन उसी दिन रात के अंधेरे में एआर गणेश गुप्ता की शह पर एडीसीओ प्रह्लाद कुमार सिंह,डीएस सचिन कुमार एडीओ अश्वनी पांडेय ने गोदाम में रखे गेंहू को ट्रालियों में भरवाकर निकालना शुरू कर दिया इसकी भनक जैसे ही कास्तकारों को मिली और उन्होंने गेंहू ले जाने का विरोध किया तो अधिकारियों ने पुलिस को बुलवाकर किसानों को भगा दिया।इसके बाद रात के अंधेरे में चोरों की तरह गोदामो में रखा लगभग 6 हजार पैकेट खुले बाजार में बेंच लिया।गोपनीय सूचना के अनुसार जिगनेरा होते हुए कच्चे रास्ते से 40 से 40 ट्रालियों में गेंहू भरकर मदनापुर ले जाया गया।और वहां पर सस्ते दाम में बेंच लिया गया ।
किसने खरीदा उनके नाम भी जल्द सामने आएंगे।