रामनगर/बाराबंकी
उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों की तस्वीर और स्थिति बदलने की बड़े पैमाने पर कवायद शुरू की है।इसको लेकर योगी सरकार ने कायाकल्प योजना की शुरुआत की है।बताते चले सरकार लगातार ग्रामीण इलाकों में बने विद्यालयों के कायाकल्प व सौदर्यीकरण के नाम पर करोड़ो रूपये खर्च कर अच्छा शैक्षिक माहौल बनाने का कार्य कर रही है। वहीं कुछ सरकारी नुमाइंदे इस मिशन को पलीता लगाने का काम कर रहे है।खंड शिक्षा क्षेत्र रामनगर अंतर्गत ग्राम महंगूपुर मजरे रामपुर खर्गी में प्राथमिक विद्यालय अपनी बदहाली पर आंशू बहा रहा है। कई वर्ष पूर्व बने इस विद्यालय में विभागीय जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज तक न तो बांउड्री वाल बन पाई है न ही दूषित जल व बरसात के पानी के निकासी का इंतजाम हो पाया है। बाउंड्रीवाल न होने से आवारा जानवरों का परिसर के अंदर आना-जाना लगा रहता है। रंजीत सहित तमाम ग्रमीणों का कहना है कि विगत दस वर्षों से लगातार प्रधानी एक ही परिवार में है। प्रधान विमलेश वर्मा से जब इस सम्बंध में बात की जाती है तो वह बताते है कि इसका प्रस्ताव बनाकर विभागीय अधिकारियों को भेज दिया गया है। पैसा आने पर कार्य कराया जाएगा।विद्यालय के शिक्षको का कहना है कि कई बार पानी का पाइप शिक्षकों के द्वारा लगाया गया है। जिससे पानी न भरे लेकिन विद्यालय परिसर में छुट्टा जानवर लगी पानी की टंकियां पानी पीने के चक्कर मे तोड़ देते है और विद्यालय में पानी भर जाता है इतना ही नहीं बाउंड्री वाल न होने की वजह से विद्यालय परिसर में पेड़ पौधे भी नहीं लगा पा रहे है। और विद्यालय परिसर के मैदान में जलभराव होने के कारण छात्रों के खेल कूद की असुविधा बनी रहती है। और छात्रों को पानी टंकी तक आने जाने में भी परेशानियां का सामना करना पड़ता है
रिपोर्ट/कृष्ण कुमार शुक्ल/विवेक शुक्ल