नारद संवाद रामनगर बाराबंकी। विकासखंड रामनगर की 76 ग्राम पंचायतों में मनरेगा सामग्री का भुगतान न पहुंचने से प्रधानों में आक्रोश ब्याप्त है।बता दे कि इस वर्ष 2022 के अंत में कई महीनों से लटका हुआ मनरेगा सामग्री का भुगतान होने की संभावना पाकर प्रधानों में प्रसन्नता थी, किंतु रामनगर विकासखंड की एक भी पंचायत को मनरेगा सामग्री भुगतान का पैसा न आने से प्रधानों में मायूसी छा गई ।कई प्रधानों ने मनरेगा के तहत दुकानों से उधारी लेकर एवं कर्ज पर रुपए लाकर के मनरेगा के तहत कार्य करवाया किंतु भुगतान न हो पाने के कारण प्रधानों के मस्तक पर चिंता की लकीरें खिंच गई । जनपद के अधिकांश ब्लॉको में मनरेगा सामग्री का भुगतान हो गया रामनगर में मनरेगा सामग्री का भुगतान ना होने से क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। समाजसेवी अंजनी कुमार अवस्थी ने कहा हमारा भी भुगतान नहीं किया गया है हम बहुत परेशान हैं। मनरेगा का भुगतान ना होने से पीड़ित हैं उन्होंने बतायाा कई बार रामनगर ब्लाक के कई महीनों से चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनका भुगतान नहीं किया जा रहा बड़ी लापरवाही उजागर हो रही है। रामनगर ब्लाक के अधिकांश प्रधानों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यदि मनरेगा एपीओ दीप्ती चंद्रा समय पर एफ.टी.ओ. बना देती तो निश्चय ही भुगतान प्राप्त हो जाता और हम सभी उधारी का पैसा दे कर के दुकानदारों का भुगतान कर देते।भुगतान न होने के पीछे मनरेगा एपीओ दीप्ती चंद्रा व कंप्यूटर ऑपरेटरों की लापरवाही है।इस संबंध में रामनगर मनरेगा एपीओ दीप्ती चंद्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सर्वर डाउन होने के कारण भुगतान लगने में विलंब हुआ जिससे मनरेगा सामग्री भुगतान रामनगर विकासखंड का नहीं हो पाया । देर रात 11:00 बजे तक कंप्यूटर ऑपरेटर सिस्टम में लगे रहे लेकिन सर्वर हैंग करने से निराशा हाथ लगी । यदि प्रधान यह कह रहे हैं कि इसमें एपीओ और कंप्यूटर ऑपरेटरों की लापरवाही है तो यह निराधार है।