रिपोर्ट:एडिटर कृष्ण कुमार शुक्ल बाराबंकी। गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में 6 जुलाई को विश्व जूनोसिस दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन कार्यालय के सभागार में किया गया।जहां पर जूनोटिक रोगों के विषय पर चर्चा की गई जिसमें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डीके श्रीवास्तव ने बताया कि जूनोसिस एक संक्रामक रोग है जो जानवरों से मनुष्य में फैलता है जूनोसिस दिवस रेबीज के खिलाफ पहले टीकाकरण के उपलक्ष में प्रत्येक वर्ष 6 जुलाई को मनाया जाता है यह दिवस जानवरों से मनुष्य के बीच रोग ना फैले इस संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।विश्व जूनोसिस दिवस फ्रांसीसी जीव विज्ञानी लुई पाश्चर के काम की याद दिलाता है जिन्होंने इस दिन 1 जून एटिक बीमारी के खिलाफ पहली बार सफलतापूर्वक टीका लगाया था इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ केएन त्रिपाठी ने बताया जूनोटिक रोगजनक बैक्टीरिया वायरस व परजीवी हो सकते हैं जो सीधे संपर्क भोजन पानी या पर्यावरण के माध्यम से मनुष्य में फैल सकते हैं जिसमे मुख्यता इबोला रेबीज ब्लेंडर कोविड-19 दिमागी बुखार डेंगू जैसी बीमारियों को जूनोटिक रोग माना गया है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी राम जी वर्मा ने बताया कि रोग के बारे में भी सभी सामुदायिक केंद्र पर हमारे जितने भी जितने भी फ्रंटलाइन वर्कर हैं उनको संवेदीकरण होना आवश्यक है सभी प्रकार की मीटिंग व प्रशिक्षण में उनको इससे संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाए जिससे कि इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार हो जिससे ये बीमारी पशुओं से मनुष्य में ना फैले।इस अवसर पर समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला मलेरिया अधिकारी अविनाश कुमार यूनिसेफ के डीएमसी नितिन खन्ना जिला एपी इम्यूनोलॉजिस्ट मुनेंद्र गौतम जिला डाटा मैनेजर विनोद कुमार शर्मा जिला डाटा एंट्री ऑपरेटर आलोक त्रिवेदी जिला समन्वयक अखिलेश श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।