रामनगर/बाराबंकी
रिपोर्ट/कृष्ण कुमार शुक्ल/विवेक शुक्ल
देश व प्रदेश के मुखिया नरेंद्र मोदी व योगी ने उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के क्रम में एक महत्वकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन तहत गांव-गांव लाखों रुपए खर्च कर गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाने का काम कर रही है। लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते एक जन कल्याणकारी योजना सही रूप से धरातल पर उतर नहीं पा रही हैं। सरकारी कर्मचारी व ग्राम प्रधान मिलकर योजना में पलीता लगाने का काम कर रहे है। ज्ञात हो विकासखंड रामनगर अंतर्गत ग्राम पंचायत लैन में नालियों की व्यवस्था ना होने के चलते ग्रामीणों के घर से निकलने वाला पानी दरवाजे पर ही भरा रहता हैं।जिससे उनके बच्चों खुद के संक्रमित होने का खतरा लगातार बना रहता है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत लैन मे पानी निकासी के लिए कोई भी नाली नहीं बनाई गई है। गांव में निकलने वाले मार्गों पर पानी ना भर जाए। जिसके चलते ग्रामीणों ने अपने अपने घरों के आगे एक हॉट से 10 फीट का गड्ढा खुदवा रखा है। जिसमें वह महीनों पुराना गंदा पानी एकत्रित करते हैं। ऐसा न करने पर नालियों से निकला पानी सड़क पर जमा होकर ग्रामीणों को चलने तक में दुश्वारियां पैदा करता है। इसके साथ ही ग्रामीण कहते हैं कि इस भीषण समस्या की शिकायत पिछले कई वर्षों से ग्राम प्रधान और जिम्मेदार अधिकारियों से की जा रही है। कई बार ग्राम प्रधान से की जा चुकी है। जिस की ओर प्रधान और जिम्मेदार अधिकारी लगातार अनदेखी बनाए हुए हैं। ग्रामीणों की सुनवाई ना होने के कारण उनमे जिम्मेदारों के खिलाफ काफी रोष व्याप्त है।