कलेक्ट्रेट लोक सभागार में समीक्षा बैठक कर घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न से सम्बन्धित घटनाओं के प्रकरणों की जनसुनवाई की
एडिटर कृष्ण कुमार शुक्ल
बाराबंकी:श्रीमती कुमुद श्रीवास्तव सदस्य उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग लखनऊ द्वारा लोक सभागार कलेक्ट्रेट, बाराबंकी में घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न से सम्बन्धित घटनाओं के प्रकरणों की जनसुनवाई किया। सदस्य द्वारा वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया गया तत्पश्चात जनपद बाराबंकी के जिला महिला चिकित्सालय निरीक्षण करने के उपरान्त कलेक्ट्रेट लोक सभागार में समीक्षा बैठक आहूत की गई। लोक सभागार में जनसुनवाई के साथ ही मीडिया से प्रेसवार्ता किया। सदस्य की अध्यक्षता में सराय प्राथमिक विद्यालय रामनगर में चौपाल आयोजित की गयी।
जनपद बाराबंकी के जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती रजिस्ट्रेशन काउंटर(इमरजेंसी), नर्सिंग सेन्टर, प्रसव कक्ष, आपरेशन थिऐटर, एएनसी आब्र्जेवेशन कक्ष, वैक्सीन सेन्टर, पोस्ट आपरेटिव वार्ड आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वहां पर आये मरीजों से जिला महिला चिकित्सालय की व्यवस्था की स्थिति से रूबरू हुई। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए कर्मचारियों के सहयोग की अपेक्षा की जाती है। जिला महिला चिकित्सालय में साफ सफाई पुख्ता बनी रहे, इसके लिए सम्बन्धित कर्मचारियों को विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है।
लोक सभागार में जनसुनवाई के दौरान कुल 09 प्रार्थना(कीर्ति पाण्डेय पत्नी राहुल अवस्थी, प्रिया अवस्थी पत्नी वीरेन्द्र मिश्रा, ललित किरन पत्नी नंदकिशोर, करिश्मा यादव पत्नी सुनील प्रताप सिंह, बरखा रस्तोगी पत्नी सुनील रस्तोगी, अख्शी खातून पत्नी मशकूर खातून, रेखा नाग पत्नी सोनू चौरसिया, नगीना सोनी पत्नी स्व0 मनीष सोनी, अफसाना बानो पत्नी मो0फिरोज के प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिस पर श्रीमती कुमुद श्रीवास्तव ने उपस्थित फरियादियों की समस्या सुनते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को तत्काल उचित कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए दूरभाष पर वार्ता भी की। समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग, जिला दिव्यांगजन अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला सूचना विभाग संरक्षक हितेन्द्र कुमार, शिक्षा विभाग सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। समीक्षा बैठक के दौरान सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों से योजनाओं के बारे में समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों को समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को अवश्य मिले तथा अपने दायित्वों का निर्वहन सही प्रकार से करें।