सूरतगंज/बाराबंकी
रिपोर्ट/दीपक सिंह सरल
फर्जी अंकपत्र लगाकर अध्यापक की नौकरी करने वालों पर उत्तर प्रदेश की महंत योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार कार्रवाई करती रही है।इसी तरह का एक ताजा मामला थाना रामनगर क्षेत्र के कस्बा सुंधियामऊ से सामने आया है कहां फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर मदरसे में अध्यापक की नौकरी करने वाले पर सीजेएम के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है।पुलिस मामले की जांच पड़ताल जांच पड़ताल में जुट गई है।प्रार्थी मोहारी निवासी मो हारुन ने सीजीएम को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि सुढियामऊ में मदरसा दारुल अमन नाम की एक संस्था काफी समय से संचालित है।उक्त संस्था से मोहम्मद अबू बकर निवासी सुढियामऊ ने अपना एक फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र कूट रचित तरीके से तैयार कर उसी आधार पर सरकारी अध्यापक पद पर मदरसा अरबिया इमदादुल उलूम जैदपुर में दाखिल कर अपनी नियुक्ति करवा कर काफी समय से अध्यापक के पद पर कार्य कर रहा है।अनुभव प्रमाण पत्र संस्था के प्रधानाध्यापक मोहम्मद अकबाल द्वारा जारी बताया गया है।जबकि मोहम्मद अकबाल ने एक बैनामा किया था जिसमें उनके हस्ताक्षर अलग है और अनुभव प्रमाण पत्र में अलग।इस बिना पर ऐसा प्रतीत होता है कि अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी लगाकर नौकरी हासिल की गई है।सीजीएम ने तथ्यों को देखते हुए थानाध्यक्ष रामनगर को मुकदमा दर्ज कर विवेचना करने के आदेश दिए हैं।इसी क्रम में रामनगर पुलिस ने अपराध संख्या 286 पर धारा 420/467/ 468 /471 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।खैर मुकदमा तो पुलिस ने दर्ज कर लिया है और जांच भी शुरू कर दी है अब देखना यह है कि अध्यापक अबू बकर साक्ष्य पेश कर पाते हैं या नहीं और उसी बिना पर पुलिस द्वारा अग्रिम कार्रवाई भी की जाएगी।