रिपोर्ट:-कृष्ण कुमार शुक्ल/विवेक शुक्ल
रामनगर बाराबंकी:आर्यावर्त ग्रामीण बैंक के मैनेजर अजीत चौधरी को अपने निजी वाहन से लाने ले जाने का कार्य कर रहे सक्रिय दलाल अजय मिश्रा ने बैंक के अधिकारियों से सांठगांठ करके कई क्षेत्रीय लोगों से दस परसेंट कमीशन लेकर उनके नाम से फर्जी तरीके से मुद्रा लोन करवा कर पीड़ितों के खाते के पैसे दलाल ने अपने मित्रों के फर्म की दुकान पर ट्रांसफर करवा लिया। खाताधारक कई दिन तक अपने लोन के पैसे पाने के लिए दलाल के पास चक्कर काटते रहे। लेकिन उनका पैसा नहीं मिल सका।आर्यावर्त ग्रामीण बैंक के लोन खाताधारकों का कहना है कि आर्यावर्त बैंक के मैनेजर के द्वारा हमको जानकारी दी गई थी। कि बिजनेस को बढ़ाने के लिए यह लोन फर्म पर दिया जाता है।यह लोन दुकान के बिना नही हो सकता है। दुकान होना जरूरी है। वही बैंक में सक्रिय दलाल अजय मिश्रा पुत्र स्वर्गीय राजकिशोर मिश्रा निवासी मोहम्मदपुर खाला जो कि बैंक मैनेजर अजीत चौधरी को अपने निजी वाहन से लाने ले जाने का कार्य करते थे। वही बैंक मैनेजर से सांठगांठ करके लोन कराने वाले व्यक्ति से कमीशन लेकर बिना दुकान के ही लोन करवा देते थे।उसके बाद कई दिनों तक खाताधारक को लोन के पैसे देने के लिए दौड़ाते थे। जब पीड़ित हताश हो जाता था।तब काफी कहासुनी के बाद दस पांच हजार रुपये देकर दलाल के द्वारा समझा दिया जाता था। बैंक मैनेजर अजीत चौधरी व अजय मिश्रा के बीच आपसी कहासुनी के चलते बिगाड़ पैदा हो गई जिससे दलाल कई गरीबों के लोन के पैसे लेकर फरार हो गया। जिससे लोन खाताधारकों ने जिस परपज से लोन कराया था उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। कुछ दिनों के बाद दलाल अजय मिश्रा जब अपने घर मोहम्मदपुर खाला वापस आये तो पीड़ितों को जानकारी होने पर लोन खाता धारक बृजेश कुमार मौर्य, विकास पांडेय,ललित शर्मा, सहित अन्य कई पीड़ित अपने पैसे पाने की उम्मीद से जब अजय मिश्रा से दूरभाष के द्वारा बात करनी चाही तो उनके तीन से चार फोन नंबर सभी डायल किये गए सारे नम्बर बंद होने के कारण कई पीड़ित उनके घर पहुंचे तो उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि परेशान न करें वरना हम जहर खा लेंगे या फिर फांसी लगा लेंगे वही उनकी पत्नी ने कहा कि घर पैसे मांगने आओगे तो छेड़छाड़ का मुकदमा लिखवा कर जेल भिजवा देंगे क्योंकि हमारे घर में पुलिस वाले किराए पर रहते हैं। हमारा कुछ कर नहीं पाओगे। अब इधर दूसरी तरफ आर्यावर्त ग्रामीण बैंक के मैनेजर लोन खाताधारकों को खाते में पैसा जमा करने के लिए काफी जोर दबाव बना रहे हैं।पीड़ितों का कहना है कि जब हमको पैसा मिला ही नहीं तो हम कहां से लाकर जमा करें। वही इस संबंध में जब संवाददाता ने आर्यावर्त ग्रामीण बैंक मैनेजर अजीत चौधरी से दूरभाष के द्वारा जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।