रिपोर्ट:-कृष्ण कुमार शुक्ल/विवेक शुक्ल
रामनगर बाराबंकी:तहसील सभागार कक्ष में उपजिलाधिकारी तान्या ने कृषि राजस्व और पंचायत विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ बैठक कर,उन्हे निर्देश देते हुये कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वालों का सोशल आडिट के जरिये सत्यापन किया जायेगा।कृषि विभाग के कर्मचारी ग्राम पंचायत सचिव और लेखपाल गांवों में जाकर खुली बैठक करके कार्य मे तेजी लाकर जिन लोगों को योजना का लाभ मिल रहा है वह पात्र हैं या नही यह देखकर यदि वह अपात्र है तो उनकी निधि बंद करके वसूली की जायेगी।केंद्र सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में किसानों के खातों में साल में तीन बार दो-दो हजार रुपये की किस्त जा रही है।उन्होने कहा कि तहसील क्षेत्र के करीब पचास हजार किसानों को योजना का लाभ दिया जा रहा है। योजना का लाभ लेने के लिये कृषि विभाग के पोर्टल पर किसानों का पंजीकरण जरूरी होता है।नियमों के मुताबिक पति-पत्नी दोनों एक साथ योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं। इसके अलावा पेशेवर जैसे पांच एकड़ वाले किसान विधायक या पूर्व विधायक एमएलसी या आयकर जमा करने वाले किसान भी योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं।योजना में काफी अपात्र भी लाभान्वित हो जाते हैं।किसानों का पता करने के लिये एक मई से सोशल ऑडिट के लिए अभियान चलाया जा रहा है।गांवों में खुली बैठक की जायेगी।वहां लाभार्थियों के नाम सार्वजनिक कर उनकी पात्रता पता की जायेगी जो भी अपात्र निकलेगा उसकी सम्मान निधि बंद कर दी जाएगी।इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार तहसीलदार प्राची त्रिपाठी खंड विकास अधिकारी रामनगर अमित त्रिपाठी एडीएजी अनिल मौर्या ग्राम पंचायत सचिव मनोज मिश्रा आशीष वर्मा कमलेश यादव उत्तरण दयानंद अखिलेश कुमार दुबे विजय कुमार लेखपाल राहुल वर्मा विनीत कुमार ब्रजनाथ नूर मोहम्मद तकनीकी सहायक कृषि प्रदीप कुमार अनुराग चतुर्वेदी हर किशोरों सहित तमाम अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे