रिपोर्ट:-दीपक सिंह सरल
सूरतगंज बाराबंकी:लहरों के डर से नौका पार नहीं होती,हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती ये पंक्तियां ब्लाक देवा क्षेत्र के कैमा ग्राम पंचायत निवासी रामकिशोर पुत्र पुत्तीलाल पर सटीक बैठती हैं।ज्ञात हो कि बीते 2010 में गांव के ही एक सार्वजनिक रास्ते का पवन कुमार पुत्र संतराम व विजेंद्र प्रसाद पुत्र राम अवतार ने विरोध करते दीवानी बाराबंकी में मुकदमा पंजीकृत करवा दिया था।इस मुकदमे को तत्कालीन दीवानी के जज ने खारिज कर दिया।जिस मुकदमे को लेकर विपक्षी जनों ने दोबारा जिला जज बाराबंकी के यहां अपील की 12 वर्ष चले मुकदमे में वर्तमान ग्राम प्रधान सहित अन्य संबंधित लोगों के बयान के बाद बीते अप्रैल 2022 माह में ग्रामीणों के रास्ते को यथा स्थित रखने के लिए तत्कालीन बाराबंकी जज ने फाइनल आदेश दे दिया।मामले के वादी रामकिशोर 80 ने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए बताया आखिर सच की जीत हुई विगत 12 वर्षों में सामान्य किसान रामकिशोर को बड़ी अड़चनों का सामना करना पड़ा और यह कहावत यहां आखिर सच साबित हुई कि सत्य परेशान हो सकता है परंतु पराजित नहीं।ग्रामीणों के पक्ष में रास्ते का फैसला आने से सभी ग्रामीणों ने उक्त फैसले की सराहना करते हुए रामकिशोर को धन्यवाद दिया है।