रिपोर्ट:/कृष्ण कुमार शुक्ल/विवेक शुक्ल
गणेशपुर(बाराबंकी) भले ही देश व प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए तमाम योजनाओं को लागू करने में कोई कसर न छोड़ी हो किंतु धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है।अधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते आज भी क्षेत्र में कुछ बदलाव नजर नहीं आ रहा है सबसे बुरा हाल तो सड़को का है।जबकि सड़को के गड्ढा मुक्त होने का दावा किया जा रहा है।विधानसभा रामनगर क्षेत्र के अंतर्गत गणेशपुर मोड़ से लकड़मंडी बड़नपुर होते हुए नारायनपुर गांव तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 5.450 किमी सड़क का शिलान्यास बाराबंकी लोकसभा सांसद उपेंद्र सिंह रावत व रामनगर विधानसभा के पूर्व विधायक शरद कुमार अवस्थी की उपस्थिति में शिलान्यास किया गया था।शिलान्यास होते ही क्षेत्र की जनता में खुशी की लहर दौड़ गई। हर तरफ क्षेत्र की जनता में माननीय के इस कार्य की चर्चा जोरों पर चल रही थी।लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी सड़क का चौड़ीकरण कार्य अभी तक नहीं हुआ है।जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।सड़क बड़े बड़े जानलेवा गड्ढों में तब्दील होती जा रही है।लकड़मंडी मे आरसीसी कुछ दूरी तक बनाने के बाद छोड़ दिया गया।लकड़मंडी बड़नपुर में साप्ताहिक हॉट बाजार व पोस्ट ऑफिस, बैंक ऑफ इंडिया, जिला प्रशिक्षण संस्थान गणेशपुर ,आयुर्वेदिक चिकित्सालय आदि संस्थानो के अलावा लकड़मंडी में बड़े पैमाने लकड़ी का व्यापार होता है। जिसमें प्रदेश स्तर के व्यापारियों का आवागमन होता है। इस मार्ग पर दोपहिया से लेकर 16 पहिया तक के भारी वाहनो का आवागमन होता रहता है। बड़े बड़े गड्ढों में तब्दील इस सड़क पर आए दिन राहगीर चोटिल होते रहते हैं।
बताते चलें कि इसी मार्ग से विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल लोधेश्वर महादेवा को जाने वाला सड़क मार्ग भी सालों से गड्ढों में तब्दील हो चुका है।प्रमुख समाचार पत्रों में खबर लगने के बाद भी शासन प्रशासन मौन है।मीतपुर गांव से गोबराहा होते हुए लोधेश्वर को जाने वाला मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुका है। लोक निर्माण विभाग की लापरवाही उजागर हो रही है।गोंडा बहराइच आदि जिलों से आने वाले भक्त इसी मार्ग से होकर दर्शन करने जाते हैं। लेकिन यह मार्ग भी गड्ढों में तब्दील हो जाने से स्थानीय लोगों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है।