रिपोर्ट/कृष्ण कुमार शुक्ल/राजेश कुमार
उत्तरप्रदेश(औरैया)स्वामी विवेकानन्द इण्टर कालेज सहार में पेड़ पौधों की संख्या बहुत है, फिर भी चिड़ियों और पक्षियों के रहने के लिए विद्यालय के पेड़ों और दीवारों पर लकड़ी के घरौंदे टांग दिए गए जो पक्षियों के लिए आवास बन गए हैं।
वर्ष 2020 के सितम्बर माह में भौतिकी प्रवक्ता रामेन्द्र सिंह कुशवाहा ने कोरोना काल में छात्र छात्राओं के समय के सदुपयोग के लिए गौरैया का घोंसला बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया।जिसमें दर्जन भर बच्चों ने प्रतिभाग कर अपने अपने घोंसलों के मॉडल को प्रस्तुत किया। जिन्हें विद्यालय में जगह जगह लगाया गया । इसी को देखते हुए शिक्षिका ममता शुक्ला के मन में भी पक्षी प्रेम जागा और उन्होंने भी लकड़ी से बने एक घरौंदे को विद्यालय में लगे पेड़ पर टांग दिया। लगभग 6 माह तक एक चिड़िया तक उसके अंदर नहीं बैठी लेकिन उसके बाद से पक्षियों ने अपना डेरा बनाना शुरू किया और आज पक्षियों की चहचहाहट खूब सुनाई देती है। अब शिक्षिका ने गौरैया दिवस पर संकल्प लिया कि लगभग 10 घरौंदे तैयार करा कर विद्यालय में जगह-जगह पेड़ों और दीवारों पर लगाएंगे। शिक्षक हरेंद्र यादव और अतुल दीक्षित ने भी गौरैया बचाने की मुहिम को आगे बढ़ाया और एक एक घरौंदा विद्यालय में लगवाया है।भौतिकी प्रवक्ता रामेन्द्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि हम सभी शिक्षक अपने छात्र छात्राओं के सहयोग से विद्यालय में गौरैया के आवास को बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहेंगे।