दरियाबाद/बाराबंकी
बाराबंकी जिले के राजनैतिक इतिहास में अपनी अलग पहचान बनाने वाले, दरियाबाद विधानसभा सीट से 6 बार के विधायक व पूर्व मंत्री रहे राजा राजीव कुमार सिंह का निधन हो गया। दरियाबाद विधानसभा की जनता के लिए निष्ठावान व बिना स्वार्थ कार्य करने वाले जमीनी नेता का निधन हो जाने से वहां के आसपास सभी क्षेत्रों में सनसनी फैल गई। कुछ लोग उनकी मौत का कारण सपा पार्टी में टिकट न मिलने का राजनीतिक कारण की भी चर्चा कर रहे है।वही जनपद के कई विधानसभा में उनकी बढ़ती लोकप्रियता की चर्चा तूल पकड़े हुए है। वही रामनगर विधानसभा में जनता जगह जगह उनके लोकप्रियता कि चर्चा कर रही है।व मौन धारण कर उनके शोक संतृप्त परिवार को दुःख सहने की शक्ति देने के लिए ईश्वर से कामना भी लोग कर रहे है।6 बार विधायक और मंत्री रहे राजा राजीव कुमार सिंह का हुवा देहांत।
राजा खुद दिल का भी राजा होता है ज़ाहिर बात है रियासत तो खत्म हो गई लेकिन उस पर बादशाहत बाकी रहती है।वही चापलूसी का सबब बने लोग एक दारियादिली और इनके सारी नेकी के राजा को अपने मोहफाश में फंसा कर उसको डसने की कोशिश करते है,आज उसी खुराफातों के चलते आज एक शख्सियत बाराबंकी से जुदा हो गया।वैसे मौत का वक़्त मुक़र्रर है जब लिखी है तब ही आती है,कई वर्षों से बीमार थे मौत के मुहँ से वापस लौटे थे ,लेकिन आज दिन पूरा हो गया,और हमेशा के लिए राजा साहब चले गये।दरियाबाद विधानसभा सीट बाराबंकी जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूरी पर है। दरियाबाद विधानसभा सीट का दर्जा वीआईपी सीट का है। इस सीट पर राजघराने से जुड़े हुए हड़हा स्टेट के राजा राजीव कुमार सिंह का वर्चस्व रहा है।इस विधानसभा सीट से वह 26 सालों तक विधायक रहे। सपा सरकार में वह मंत्री भी बनाए गए थे। लेकिन 2017 के मोदी लहर में वह भाजपा के युवा प्रत्याशी सतीश चंद शर्मा से चुनाव हार गए। इस बार वह अपने बेटे रितेश सिंह उर्फ रिंकू को इस सीट पर टिकट मांग रहे थे। लेकिन सपा ने यहां से पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप को प्रत्याशी बनाया है।
कल सपा नेता राजा राजीव कुमार सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ गई और वह मेदान्ता हॉस्पिटल में भर्ती हुए, जहा उनका आज देहांत हो गया।
रिपोर्ट/कृष्ण कुमार शुक्ल