जनपद/बाराबंकी
जन जन को मतदान के लिए प्रेरित करते हुए खासतौर पर महिलाओ को मतदान के लिए जागरूक करने का महत्वपूर्ण कार्य कर रही है अमृता शर्मा रेलवे स्टेशन हो जिला अस्पताल हो या छात्रों का जमघट हाथ मे मतदान से संबंधित कागज की तख्ती लिए सभी को बहुत ही आत्मीय और विस्तार से मतदान के लिए प्रेरित करने का कार्य करने वाली अमृता शर्मा से आज जब मुलाकात हुई तो उनके द्वारा किये जा रहे रचनात्मक कार्यो से मन अभिभूत हो गया उनके द्वारा महिलाओं के समूह को मतदान के लिए जिस ढंग से प्रेरित किया जा रहा था वह तरीका काबिले तारीफ था अमृता शर्मा ने बात करने पर उन्होंने बताया कि उन्हें मतदान के लिए स्वीप महिला आइकॉन बना कर जो जिम्मेदारी दी गयी वह उसका निर्वहन कर रही है वैसे भी हम सबका दायित्व है स्वयं मतदान के साथ साथ आस पास के लोगो को मतदान के लिए जागरूक करे महिलाओ को मतदान के लिए जागरूक करना बहुत ही आवश्यक है ।महिला आइकॉन अमृता शर्मा ने बातचीत में कहा कि
“हमारे पास शक्ति है”, मतदान करने के मौलिक अधिकार की, यह मतदाता को लोकतांत्रिक निर्वाचन प्रक्रिया का केन्द्र बिन्दु बना देती है। मतदाता किसे मत देना का निर्णय लेता है, यह उनकी अपनी व्यक्तिगत इच्छा और निर्णय होता है परंतु मतदाता को अवश्य और निश्चय ही निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लेना चाहिए। अमृता शर्मा के अनुसार मतदान करना केवल एक शारीरिक क्रिया भर नहीं है, यह प्रबंधन या सम्भार तंत्र का एक विषय मात्र नहीं है, यह केवल एक विषय या अधिकार या कर्तव्य नहीं है बल्कि “किसी एक व्यक्ति की शक्ति को प्रयोग में लाना है अमृता शर्मा का महिलाओ को मतदान के लिए प्रेरित करने का कार्य बहुत ही अच्छा है उनका स्लोगन है डरो न झिझको,प्रशासन है संग,हम है लोकतंत्र के अंग पहले मतदान फिर आराम
रिपोर्ट/कृष्ण कुमार शुक्ल